अब प्लास्टिक कचरे से बन सकेगी सड़क, रिलायंस ने प्रौद्योगिकी NHAI को देने का ऑफर दिया

मुंबई, 30 जनवरी  – रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रायगढ़ स्थित अपने नागोथाने विनिर्माण संयंत्र में एक ऐसी प्रद्योगिकी का परीक्षण किया है  जिसके तहत प्लास्टिक कचरे से सड़क निर्माण किया जाएगा। कंपनी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को प्लास्टिक कचरे से सड़क निर्माण की पेशकश की है. कंपनी ने अपने संयंत्र में 50 टन प्लास्टिक अपशिष्ट को कोलतार के साथ मिलकर 40 किलोमीटर लम्बी सड़क बनाई है.

18 महीने की मेहनत के बाद सामने आया परिणाम

कंपनी के एक अधिकारी विपुल शाह ने बताया कि पैकेटबंद सामानों  पैकेट, पॉलीथिन बैग जैसे प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल सड़क निर्माण में करने की प्रणाली विकसित की गई है. इसमें 14 से 18  महीने का समय लग गया. हम इसके इस्तेमाल के लिए एनएचएआई से बातचीत कर रहे है. ताकि सड़क निर्माण में प्लास्टिक कचरे के इस्तेमाल किया जा सके.
कंपनी की यह प्रद्योगिकी ऐसे प्लास्टिक कचरे के लिए विकसित की गई है जिसका रीसायकल संभव नहीं है।  इसके लाभ के बारे  में उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ प्लास्टिक के सतत उपयोग को पक्का करेगा बल्कि वित्तीय तौर पर लागत भी प्रभावी होगा।
उन्होंने कहा कि हमारा अनुभव बताता है कि इस प्रद्योगिकी से एक किलोमीटर सड़क बनाने में एक टन प्लास्टिक कचरे के इस्तेमाल होगा। इसमें हमें एक लाख रुपए बचाने  में मदद मिलेगी। यह सड़क की गुणवत्ता को भी  बढ़ाता है. इस प्रद्योगिकी से सड़क निर्माण में दो महीने के समय लगेगा। यह मानसून की बारिश में ख़राब भी नहीं होगी।