जानलेवा प्रदूषण की समीक्षा : महापौर मुक्ता तिलक की अध्यक्षता में हुई बैठक

पुणे : समाचार ऑनलाईन –  केंद्र सरकार स्वीस एजेंसी फॉर डेवलपमेंट एंड कॉर्पोरेशन (एसडीसी), टेरी व एआरएआई संस्था के सहयोग से शहर में क्लिन एयर प्रोजेक्ट चला रही है। बढ़ते प्रदूषण और मौसम में आ रहे बदलाव के कारण स्वास्थ्य पर होने वाले इसके दुष्परिणामों को रोकने के लिए हवा की गुणवत्ता सुधारने की कोशिश हो रही है। सरकारी स्तर पर चल रहे प्रयासों में मदद के रूप में पुणे के अलावा, नासिक और उत्तर प्रदेश के लखनऊ व कानपुर में यह प्रोजेक्ट चलाया जाएगा। गुरुवार को महापौर मुक्ता तिलक के कक्ष में इस संदभ में बैठक हुई।
हवा में प्रदूषण व इसकी वजहों का अध्ययन जरूरी
प्रदूषित हवा के कारण दिन-प्रतिदिन स्वास्थ्य की समस्याएं खड़ी हो रही है। बड़े शहरों में हवा में प्रदूषण की समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है। हवा का प्रदूषण रोकने के लिए सरकारी स्तर पर लगातार प्रयास जारी है। इस प्रयास में मदद के लिए एसडीसी व देश की अन्य संस्थाएं आगे आ रही है। पहले चरण में शहर के विभिन्न क्षेत्रों के हवा में प्रदूषण व इसके पीछे की वजहों का अध्ययन किया जाएगा। पुणे जैसे शहरों में वाहनों की वजह से होने वाले प्रदूषण को दर्ज करने के लिए शहर के कई क्षेत्रों में सफर संस्था के जरिये पहले से मशीन लगी हुई है, लेकिन तेजी से विकसित हो रहे पुणे जैसे शहरों में बड़े पैमाने पर होने वाले कंस्ट्रक्शन वर्क्स के कारण धूल की मात्रा भी बढ़ी है। इसका अध्ययन करने की जिम्मेदारी एआरएआई संस्था को सौंपी गई है। हवा में प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्परिणामों, गेहूं के उत्पादन में बढ़ती कमी, इमारत और ऐतिहासिक वस्तुओं और स्थानीय मौसम पर पड़ने वाले परिणामों, अर्थव्यवस्था पर होने वाले असर का अध्ययन किया जाएगा।
मनपा पर बड़ी जिम्मेदारी
प्रदूषण कम करने और हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एसडीसी और द एनर्जी एंड रिर्सोसेस इंस्टीट्यूट (टेरी) को पर्यावरण के संदर्भ में काम करने वाली संस्था द्वारा उपाय सुझाएं जाएंगे। मनपा को इस पर अमल करना है।