शाहीन बाग में गणतंत्र दिवस पर दावे के अनुरूप नहीं जुटी भीड़

नई दिल्ली, 26 जनवरी (आईएएनएस)| शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में गणतंत्र दिवस पर शक्ति प्रदर्शन के रूप में 10 लाख से अधिक लोगों के जुटने का प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था, लेकिन रविवार को यहां जुटे लोगों की संख्या पांच हजार से भी कम रही। कार्यक्रम स्थल पर एक प्रदर्शनकारी ने माना कि उन्हें यहां गणतंत्र दिवस के मौके पर 10 लाख लोगों के आने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।

प्रदर्शन स्थल पर हैदराबाद विश्वविद्यालय के दिवंगत छात्र रोहित वेमुला की मां ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

सीएए के विरोध के इस मुद्दे पर हाल ही में वेमुला की तस्वीरें मुस्लिम-दलित एकता के चेहरे के रूप में सामने आई हैं।

रोहित की मां शाहीन बाग की प्रसिद्ध ‘दादी’ और जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद के साथ नजर आईं। भारत के 71वें गणतंत्र दिवस पर कुछ हजार की संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रगान भी गाया।

समारोह की तैयारी कम से कम दो दिन पहले शुरू हो गई थी। वॉलंटियर्स ने कार्यक्रम को लेकर लोगों से प्रदर्शन स्थल पर कम से कम 10 लाख लोगों की भीड़ जुटाने को कहा था, ताकि इस विरोध के चलते एक तरह का विश्व रिकॉर्ड बन सके।

पर्यवेक्षकों के अनुसार, हालांकि रविवार को शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन में उपस्थित लोगों की संख्या पांच हजार से अधिक का आंकड़ा पार नहीं कर पाई।

‘भारत माता की जय’, ‘इंकलाब जिंदाबाद’ और ‘एनआरसी-सीएए मुर्दाबाद’ के नारे के साथ राष्ट्रगान का गायन हुआ।