Remdesivir : ‘रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए सिर्फ एक अधिकारी ही दोषी कैसे? मंत्री राजेंद्र शिंगणे भी जिम्मेदार’

मुंबई : राज्य में कोरोना मरीजो की संख्या रोजाना बढती ही जा रही है, ऐसे में सरकार की चिंता बढ गई है। कोरोना के असर को कम करने के लिए राज्य में एक बर फिर से सख्त लॉकडाउन लगाने की संभावना है। मरीजो को ऑक्सीजन बेड, रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं, हेल्थ सिस्टम की नींद उड़ी हुई है।

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के लिए जिम्मेदार मानकर अन्न और औषध प्रशासन के आयुक्त अभिमन्यु काले को ट्रांसफर करने का निर्णय सरकार ने लिया है। हालांकि इस पर विपक्ष भाजपा ने ठाकरे सरकार पर निशाना साधा है। रेमडेसिविर की कमी के लिए एक अधिकारी को दोषी कैसे माना जा सकता है? मंत्री राजेंद्र शिंगणे को भी जिम्मेदार माना जाना चाहिए क्योंकि अधिकारी मंत्री के आदेशानुसार काम करते हैं। यह टिप्पणी भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने किया है।

क्या है मामला?

बीडीआर कंपनी को महाराष्ट्र में रेमडेसिवीर की आपूर्ति के लिए जल्द से जल्द अनुमति दे, ऐसा आग्रह मंत्रिमंडल के एक वरिष्ठ मंत्री ने किया था। इस कंपनी ने किसी भी तरह की अनुमति नहीं मांगी है, उनका कोई आवेदन हमारे पास नहीं है, उन्हे अनुमति कैसे देनी है, यह मुद्दा उठा था। हालांकि हमे इंजेक्शन की जरूरत है, जल्द से जल्द बीडीआर को अनुमति देनी चाहिए, ऐसा आग्रह संबंधित मंत्री ने किया था। अंत में एफडीए आयुक्त काले ने ‘बीडीआर कंपनी ने मौखिक विनती की है, इसके अनुसार उन्हे हम अनुमति दे रहे हैं’, ऐसा पत्र निकाला। कागजात आप जल्द से जल्द प्रस्तुत करें, इसका उल्लेख भी पत्र में किया गया है। तभी अन्य कंपनियों को भी आवेदन करने के लिए आयुक्त काले ने कहा था।

परिमल सिंग नए आयुक्त

मिली जानकारी के अनुसार विपक्ष नेता के आग्रह पर जल्दबाजी में अनुमति दिए गए ब्रुक कंपनी और कुछ वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा सुझाए गए बीडीआर कंपनी ने अभी तक महाराष्ट्र को एक भी इंजेक्शन नहीं दिया है। काले की जगह पर परिमल सिंग ने देर रात आयुक्त का पदभार संभाला।