एमएसएमई के लिए राहत भरी खबर…मिलेगा 50 हजार रुपए का तत्काल लोन, बस ‘यह’ करना होगा     

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : छोटे, मध्यम और लघु उद्योग यानी एमएसएमई (MSME) के लिए अच्छी खबर है। दरअसल, ऐसे उद्योगों के संचालकों को अक्सर ही लोन की जरूरत होती है और इसके लिए उन्हें काफी भाग-दौड़ करनी पड़ती है। उनकी इस समस्या को देखते हुए सॉल्व (SOLVE) बहुत तेजी से काम कर रहा है। सॉल्व (SOLV) के चीफ सेल्स ऑफिसर रोहित डावर  ने बताया कि   हमारा पूरा फोकस छोटे, मध्यम और लघु उद्योग यानी एमएसएमई पर है, जो भारत की रीढ़ की तरह हैं।

कुल जीडीपी में इनका हिस्सा करीब 30 फीसदी, वर्कफोर्स में 40 फीसदी और निर्यात में करीब 40 फीसदी है। कोरोना महामारी की वजह से इन पर बहुत ज्यादा असर पड़ा है। उन्हें उबारने की कड़ी में अहम कदम उठाया गया है। MSME के लिए 20,000 रुपए से 5,00,000 रुपए तक का लोन तत्काल मंजूर किए जा रहे हैं। ऐसी उद्यमी सॉल्व पर 3,000 रुपए मूल्य के सामान से शुरू होकर किसी भी खरीद के लिए इस लोन सीमा का इस्तेमाल कर सकते हैं। SOLV ने इस पहल के लिए नए जमाने के तीन कर्जदाताओं- Indifi, ePayLaterऔर Davintaसे संपर्क किया है।

रोहित डावर  के अनुसार,  सॉल्व का BNPL समाधान B2B क्षेत्र में उपलब्ध फाइनेंस का सबसे तेज और सुविधाजनक तरीका है, खासकर छोटा और पहली बार कर्ज लेने वाले खुदरा दुकानदारों के लिए। SOLV के ऐप पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तेज और सहज है। इस प्लेटफॉर्म पर कोई दुकानदार 2 मिनट के भीतर KYC वेरिफिकेशन प्रक्रिया को पूरी कर लेता है, जिसके बाद वह तत्काल फूड एवं एफएमसीजी, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, अपैरल आदि कैटेगिरी में लेनदेन शुरू कर सकता है। यह सुविधा एक तरह के वर्चुअल क्रेडिट कार्ड की तरह काम करती है।

उन्होंने कहा कि प्राथमिक रूप से भारत के 60 लाख से ज्यादा की संख्या वाले मजबूत एमएसएमई सेक्टर के बारे में कर्ज देने का निर्णय लेने के लिए डेटा और पर्याप्त जानकारी की कमी की वजह से था। मगर ब्लॉक चेन और AI/ML से डिजिटल ट्रस्टइकोसिस्टम मजबूत हुआ है और कई महत्वपूर्ण कार्यों में स्वचालन बढ़ा है, इसलिए अब आसानी हुई है।

दरअसल, हमने देखा कि कोरोकाल में बहुत से छोटे दुकानदार अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए पूंजी और नकदी की तंगी से जूझ रहे थे। अब अपने पास उपलब्ध BNPL के लचीलेपन के साथ छोटे कारोबारी अब बिना किसी गंभीर वित्तीय दबाव को अनुभव किए अपनी तात्कालिक जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें भुगतान करने के लिए ज्यादा समय मिल जाता है।