राहत! मुंबई के डेल्टा प्लस के दोनों मरीज हुए ठीक; अब एक भी मरीज नहीं

मुंबई: ऑनलाइन टीम-  कोरोना संक्रमण में कुछ प्रमाण में कमी आते ही दूसरी लहर आ गई। वो लहर भी अब धीमी पड़ते ही अब राज्य में डेल्टा प्लस के 21 मरीज मिले। इस वायरस का अप्रैल महीने में मुंबई शहर, उपनगर में दो मरीज मिलेहैं। ये दोनो मरीज ठीक हो गये हैं। अभी मुंबई में डेल्टा प्लस के एक भी मरीज नहीं है, यह जानकारी मनपा के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकाणी ने दी। तीसरी लहर आने की संभावना होने के कारण मनपा यंत्रणा पूरी तरह से तैयार है।

राज्य में डेल्टा प्लस वायरस के 21 मरीज मिले हैं। इसमें से 9 मरीज रत्नागिरी, जलगांव के 7, मुंबई के 2 और पालघर, सिंधुदुर्ग, ठाणे के 1-1 मरीज मिले हैं। इस वायरस की जांच के लिए राज भर से लगभग 7500 सैंपल जांच के लिए भेजे जाने की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी।

मुंबई शहर, उपनगर में डेल्टा प्लस वायरस के दो मरीज अप्रैल महीने में मिले थी। हालांकि दोनों मरीज ठीक हो गए। मस्क लगाएं, हाथ धोते रहें, भीड़ में न जाएं। यह कोरोना वायरस से बचने के तीन सूत्र हैं। इन सूत्रों का पालन करने से कोरोना, डेल्टा प्लस प्लस या किसी भी तरह के वायरस लोगों को नुकसान नहीं पहुंचा सकते हैं। इसलिए मुंबईकर इन तीनों सूत्रों का पालन करे, यह अपील भी काकाणी ने की।

म्यूटेशन की वजह से तैयार हुआ नया वेरिएंट

देश में सबसे पहले पाए गए डेल्टा अर्थात बी.1.617.2, कोरोना वायरस के म्यूटेशन में और म्यूटेशन होकर वायरस का डेल्टा प्लस नया वेरिएंट तैयार हुआ है। मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल इलाज पद्धति से प्रतिरोधक क्षमता तैयार होती है या नहीं, इसका रिसर्च चालू है।

कोरोनावायरस बार-बार अपना रूप बदल रहा है। इससे पहले आफ्रीक, फिर लंदन और ऐसे ही कुछ देशों के बाद भारत में भी इस वायरस का नया स्ट्रेन देखा गया। देश में इस स्ट्रेन को डेल्टा और काप्पा नाम दिया गया है। इसमें डेल्टा स्ट्रेन का ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट बहुत घातक है, ऐसा डॉक्टरों का कहना है। साथ ही कोरोना इलाज के लिए इस्तेमाल किए गए दवाईयों का इस वायरस पर कितना असर होगा इसमें संदेह है।