31 तारीख के बाद पुणे में लॉकडाउन को शिथिल करे : व्यापारी महासंघ की मुख्यमंत्री से मांग 

पुणे, 22 मई : 31 मई के बाद सभी व्यापारिक दुकानें खोलने की परमिशन देने की मांग पुणे व्यापारी महासंघ दवारा की गई है।  मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को इस मांग के संबंध में पत्र लिखा गया है।

पुणे शहर में मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से पहले ही शहर में प्रतिबंध लगाए गए थे. इसके बाद राज्य में लॉकडाउन लगाए जाने से अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी दुकानें बंद कर दिए गए है।  लेकिन पिछले कुछ दिनों से नए मरीजों की संख्या में कमी आ गई है।  इसे देखते हुए यह मांग की गई है।

महाराष्ट्र में 5 अप्रैल से शुरू किये गए लॉकडाउन के दौरान जीवनावश्यक वस्तुओं के व्यापार को छोड़कर अन्य सभी व्यापार बंद रहने से पुणे का व्यवसाय आर्थिक संकट में घिर गया है।

गुढी पाड़वा, अक्षय तृतीया, ईद जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार लॉकडाउन की भेट चढ़ चुके है।  इन दो महीनों में व्यापार क्षेत्र को करीब 75 हज़ार करोड़ रुपए का झटका लगने का दावा महासंघ के दवारा किया गया है।

पत्र में लिखा गया है कि व्यापार क्षेत्र करीब 2 महीने से लॉकडाउन की वजह से बंद रहने की वजह से बेहद मुश्किलों में फंस गई है।अब व्यापारियों को बिना किसी इनकम के अपने कर्मचारियों आधे महीने का वेतन दिया लेकिन आगे कर्मचारियों को घर बिठाकर वेतन देना संभव नहीं है।  काम और इनकम नहीं होने की वजह से कई कर्मचारी अपनी नौकरी गंवा चुके है।  इसकी वजह से बेरोजगारी बढ़ गई है।
व्यापार क्षेत्र को बचाये रखने के लिए सरकार से मदद और सहयोग की आवश्यकता है।  ऐसे में सरकार व्यापारियों के तीन महीने का बिजली बिल और बैंक के कर्ज का ब्याज माफ़ करे और स्थानीय प्रॉपर्टी टेक्स माफ़ करके महाराष्ट्र के सभी व्यापारियों के लिए तुरंत आर्थिक पैकेज की घोषणा करने की मांग व्यापारियों ने की है।  व्यापारियों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन का हर तरह  किया है।

पत्र में विनती की गई है कि 31 मई के बाद लॉकडाउन न बढ़ाते हुए नियमों के अधीन रहते हुए व्यापार शुरू करने की परमिशन देकर सहयोग करे. यह विनती महासंघ के अध्यक्ष फतेचंद रांका ने की है।