नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने आम आदमी के लिए बड़ा ऐलान किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरबीआई ने आरटीजीएस (RTGS) और एनईएफटी (NEFT) पर बैंकों के साथ अपनी ओर से वसूले जाने वाले चार्जेस को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। ऐसे में आरटीजीएस और एनईएफटी करना सस्ता हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक, अगले एक हफ्ते में इससे जुड़ा सर्कुलर जारी करेगा।
आरटीजीएस (Real-time gross settlement) रुपए ट्रांसफर करने का एक बेहतरीन माध्यम है। बिजनेस ऑवर्स में तो कुछ सेकंड में पैसा ट्रांसफर हो जाता है। इसके विपरीत एनईएफटी (NEFT या national electronic funds transfer) में किसी खास समय में ही पैसा ट्रांसफर होता है। इस फैसले के बाद बैंक भी अपने ग्राहकों के लिए चार्ज कम कर सकते हैं। शीर्ष बैंक ने ये कदम डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए उठाया है। आरबीआई ने कहा है कि बैंकों को ग्रहाकों तक ये लाभ पहुंचाना चाहिए और उन्हें इन चार्ज को कम करना चाहिए। बैंक को इस संबंध में निर्देश एक हफ्ते के अंदर मिल जाएंगे।
RBI has decided to do away with charges levied on RTGS and NEFT transactions, banks will be required to pass this benefit to their customers. pic.twitter.com/p9kcR6q6fZ
— ANI (@ANI) June 6, 2019
आरटीजीएस से कितना पैसा कर सकते हैं ट्रांसफर –
आरटीजीएस के माध्यम से 2 लाख या उससे ज्यादा रकम ट्रांसफर की जाती है। हालांकि इसके लिए खास समय निश्चित है।आरबीआई ने हाल में आरटीजीएस ट्रांसफर की टाइमिंग में डेढ़ घंटे तक का विस्तार भी किया है। नई टाइमिंग 1 जून से लागू हो गई हैं।
क्या होता है एनईएफटी –
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) देश में बैंकों के जरिये फंड ट्रांसफर करने यानी एक से दूसरी जगह भेजने का तरीका है। इस तरीके का फायदा आम ग्राहक या कंपनियां किसी दूसरी ब्रांच या किसी दूसरे शहर की शाखा में किसी भी व्यक्ति या संगठन अथवा कंपनी को भेज सकते हैं। सोमवार से शुक्रवार तक सुबह आठ बजे से शाम सात बजे के बीच हर घंटे यह काम करता है। शनिवार को आठ बजे से दोपहर एक बजे के बीच हर घंटे एनईएफटी काम करता है।