फोन टैपिंग मामले में रश्मि शुक्ला को फिर से मुंबई पुलिस का समन

राज्य की रजनीतिक गलियारो में हड़कंप मचाने वाले फोन टैपिंग प्रकरण में दर्ज अपराध के बारे में साइबर पुलिस की पूछताछ हेतु मुंबई में हाजिर होने के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला ने असमर्थता दिखाई है। कोरोना की वजह से हैदराबाद कार्यालय को छोड़ नहीं सकती, इसलिए मेरे से पूछे जाने वाले सवाल की लिस्ट भेजे, ऐसा उन्होने जांच अधिकारी को सूचित किया है। ऐसे में मुंबई पुलिस ने फिर से समन भेजा है और सोमवार 3 मई को उपस्थित रहने के लिए कहा है।

ऑफिशियल सिक्रेट एक्ट के अंतर्गत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज मामले में मुंबई साइबर पुलिस ने राज्य गुप्त वार्ता विभाग के तत्कालीन आयुक्त रश्मि शुक्ला को जांच के लिए हाजिर रहने का समन भेजा था। हालांकि कोरोना की वर्तमान परिस्थिति को दएखते हुए मुंबई आना संभव नहीं है, इस तरह की सूचना उन्होने साइबर पुलिस को दी थी। हालांकि संबंधित अपराधो की एफआईआर कॉपी और प्रश्नावली भेजेने की बात उन्होने जांच अधिकारी को कही थी। शुक्ला एसआईडी के प्रमुख के रूप में कार्यरत थी, पिछले साल 25 अगस्त को पुलिस अधिकारियो के तबादले के रैकेट को लेकर कुछ व्यक्तियो कए फोन टैप कर रिपोर्ट बनाया गया था। तत्काली पुलिस महासंचालक सुबोध जायसवाल ने दूसरे दिन उस रिपोर्ट को गृहा वविभाग के सामने प्रस्तुत किया था। हालांकि उसले कुछ भी तथ्य न होने साथ ही शुक्ला पर सरकार के साथ धोखाधड़ी और अधिकार का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। इस मामले में शुक्ला ने माफी मांगी और फिर उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। हालांकि उसी गोपनीय रिपोर्ट का खुलासा करते हुए देवेंद्र फ़डणवीस ने 23 मार्च को सरकार पर आरोप लगाया था।