योगी के दरबार में बलात्कार पीड़िता ने लगाई गुहार, 2 बार शर्मसार करने वाला दरोगा आखिरकार  निलंबित

शाहजहांपुर. ऑनलाइन टीम : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का जनता दरबार सजा था। लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा रहे थे। इस बीच, अचानक एक ऐसी शिकायत आई कि पूरा पुलिस महकमा स्तब्ध रह गया। एक महिला ने गुहार लगाई कि वर्दी के पीछे छिपे एक अधिकारी ने उसके साथ दो बार बलात्कार किया। कोई सुन नहीं रहा है, इसलिए इस दरबार में गुहार लगाने आई हूं। उसने बताया कि कई दिन एसपी से लेकर छोटे बड़े अधिकारियों के चक्कर काटती रही, लेकिन किसी अधिकारी को मिशन शक्ति की याद नहीं आई और  टालमटोल वाला रवैया अपनाते रहे। मुख्यमंत्री के आदेश पर आरोपी के खिलाफ तत्काल ऐक्शन लिया गया।

जानकारी के अनुसार, पति से परेशान महिला कार्रवाई करवाने के लिए तत्कालीन कलान एसओ सुनील शर्मा के पास मदद के लिए थाने पहुची थी, लेकिन मदद के नाम पर दारोगा ने उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। वीडियो भी वायरल हुआ था।

रेप पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर तत्कालीन एसओ सुनील शर्मा को निलंबित कर दिया गया। मामला खाकी से जुड़ा था, इसलिए पुलिस इसे भरसक दबाने की कोशिश में लगी हुई थी, लेकिन पीड़िता न्याय की आस नहीं छोड़ रही थी। उसका कहना था कि इस दरिंदगी को वह सबके सामने लाएगी। इसके बाद पुलिस ने मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। इसी मामले में बीते 8 जनवरी को कोर्ट में पैरवी करने महिला आई थी। वापस लौटते वक्त दरोगा सुनील शर्मा ने तमंचे के बल पर उसे अगवा कर लिया और सूनसान इलाके में ले जाकर धमकी देते हुए दूसरी बार रेप किया। धमकी दी कि अगर मेरे खिलाफ जहर उगलने की कोशिश की, तो यही हश्र होगा। बार-बार बलात्कार होता रहेगा।

रेप पीड़िता ने इसके बाद मुख्यमंत्री दरबार की शरण ली। एफआईआर के आदेश होते ही पुलिस हरकत में आ गई। रेप पीड़िता को महिला थाने बुलाया गया और उसकी तहरीर के आधार पर दूसरी बार आरोपी दरोगा सुनील शर्मा पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर निलंबित कर दिया गया। वहीं मुकदमे की जांच बदायूं जनपद ट्रांसफर कर दी गई है।