सांसद अमोल कोल्हे और भाजपाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के नाम से मांगी फिरौती

फिरौती विरोधी दस्ते ने किया गिरफ्तार
पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस के सांसद डॉ अमोल कोल्हे और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के नाम से फोन कर बिल्डरों से फिरौती मांगे जाने का मामला पुणे में सामने आया है। सांसद डॉ कोल्हे के नाम से एक नामी गिरामी बिल्डर को फोन कर कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए पैसे मांगनेवाले को पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच के फिरौती विरोधी दस्ते ने बेनकाब किया है। उसका नाम विशाल अरुण शेंडगे (32, निवासी टिलेकरनगर, कोंढवा, पुणे) है। उसे गिरफ्तार कर पुलिस सुरेश बंडु कांबले (निवासी गंज पेठ) नामक उसके दूसरे साथी की तलाश में जुटी है।
गिरफ्तार आरोपी विशाल शेंडगे ने इससे पहले भाजपा के विधायक व भाजपचे प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के नाम से फोन कर कइयों के साथ धोखाधड़ी की है। उसके खिलाफ सात मामले दर्ज हैं, जिसमें वह जमानत पर रिहा हुआ है। इस बार उसे गेरा बिल्डर्स के प्रबंध निदेशक रोहितकुमार गेरा (निवासी वानवडी, पुणे) की शिकायत के आधार पर दर्ज किए गए मामले में गिरफ्तार किया गया है। क्राइम ब्रांच के पुलिस  उपायुक्त बच्चन सिंह ने बताया कि विशाल अपने साथी सुरेश की मदद से चोरी का मोबाइल और सिमकार्ड इस्तेमाल कर राजनेताओं के नाम से फोन कर लोगों के साथ धोखाधड़ी करता था।
उन्होंने बताया कि, विशाल ने लॉकडाऊन के काल मे गेरा बिल्डर्स के रोहितकुमार गेरा को सांसद डॉ अमोल कोल्हे के नाम से फोन किया। उसने कोरोना के संकटकाल में लोगों की मदद के लिए पैसों की मांग की। हालांकि गेरा को उस पर शक हुआ और उन्होंने खुद कोल्हे से फोन पर पुष्टि करनी चाही तो उन्होंने ऐसा कोई फोन नहीं किये जाने की बात कही। इसके बाद गेरा ने पुणे और पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्त से इसकी शिकायत की। पुणे पुलिस ने इसकी जांच क्राइम ब्रांच के फिरौती विरोधी दस्ते को सौंपी। छानबीन में डॉ कोल्हे के नाम से फोन करनेवाला व्यक्ति विशाल है, ऐसा सामने आया।
पूरी छानबीन और तसल्ली करने के बाद अपर पुलिस आयुक्त अशोक मोराले, उपायुक्त बच्चन सिंग के मार्गदर्शन में फिरौती विरोधी दस्ते के पुलिस निरीक्षक बालाजी पांढरे, उपनिरीक्षक विजय झंजाड, कर्मचारी विनोद सालुंखे और अमोल पिलाने के समावेश वाली टीम ने विशाल को धरदबोचा। पूछताछ में उसने वारदात स्वीकार की। साथ ही उसने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के पीए के एंम से फोन कर लोगों से धोखाधड़ी किये जाने की बात भी सामने आई। सुरेश कांबले उसे चोरी के मोबाइल और सिमकार्ड मुहैया कराता जिसके इस्तेमाल कर विशाल यह गोरखधंधा करता।