Rakshabandhan Special : कल है रक्षाबंधन, जानिए शुभ मुहूर्त और राखी बांधने का सही तरीका

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – कल देश आजादी की सालगिरह के जश्न के साथ-साथ रक्षाबंधन का त्योहार भी मनाएगा। रक्षाबंधन सिर्फ त्‍योहार नहीं बल्‍कि एक ऐसी भावना है जो रेशम की कच्‍ची डोरी के जरिए भाई-बहन के प्‍यार को हमेशा-हमेशा के लिए संजोकर रखती है। रक्षा बंधन का त्‍योहार हिन्‍दू धर्म के बड़े त्‍योहारों में से एक है, जिसे देश भर में धूमधाम और पूरे हर्षोल्‍लास के साथ मनाया जाता है।

भाई बहन के प्रेम के त्यौहार रक्षाबंधन पर इस बार अद्भुत योग बन रहा है। जानकारों के मुताबिक़, यह पहली बार है जब रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त लगभग 12 घंटे तक रहेगा। इस दौरान बहनें 12 घंटे के बीच में कभी भी अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी।

राखी बांधने शुभ मुहूर्त –
शुभ मुहूर्त के मुताबिक, सुबह 05 बजकर 50 मिनट से सुबह 07 बजकर 28 मिनट तक है यानि ये राखी बांधने का अच्छा मुहूर्त है। इसके बाद सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 02 बजकर 02 मिनट तक चार चौघड़िया रहेगी यानि इस अवधि के दौरान राखी बांधी जा सकती है। ये अच्छा मुहूर्त है। इसके अलावा शाम 05 बजकर 21 मिनट से शाम 07 बजे तक का मुहूर्त भी राखी बांधने के लिए शुभ है।

राखी बांधने का सही तरीका –
सबसे पहले राखी की थाली सजाएं। इस थाली में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें। इसके बाद भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें। राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें। फिर भाई को मिठाई खिलाएं। अगर भाई आपसे बड़ा है तो चरण स्‍पर्श कर उसका आशीर्वाद लें।

ऐसे सजाएं राखी की थाली –
राखी की थाली सजाते समय रेशमी वस्त्र में केसर, सरसों, चंदन, चावल व दुर्वा रखकर भगवान की पूजा करनी चाहिए। राखी (रक्षा सूत्र) को भगवान शिव की प्रतिमा, तस्वीर या शिवलिंग पर अर्पित करें। फिर, महामृत्युंजय मंत्र का एक माला (108 बार) जप करें। इसके बाद देवाधिदेव शिव को अर्पित किया हुआ रक्षा-सूत्र भाईयों की कलाई पर बांधें। महाकाल भगवान शिव की कृपा, महामृत्युंजय मंत्र और श्रावण सोमवार के प्रभाव से सब शुभ होगा।