मावल-शिरूर में महायुति के लिए सिरदर्द साबित होंगे राज ठाकरे

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – कहा जाता है कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। कभी कांग्रेस की खिलाफत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान करते न थकनेवाले मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) सुप्रीमो राज ठाकरे ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसकी शुरुआत गुड़ी पड़वा सभा से करते हुए उन्होंने एक बार राहुल गांधी को मौका देकर देखते हैं, कहकर भाजपा और मोदी के खिलाफ जोरदार बैटिंग की। इस सभा के बाद उनका काँग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रचार में उतरना तय माना जा रहा है। उनकी प्रचार सभा पुणे और पिंपरी चिंचवड शहरों में भी होनेवाली है जिससे शिवसेना- भाजपा महायुति के प्रत्याशियों की चिंता बढ़ गई। हालांकि ठाकरे की सभा महागठबंधन के प्रत्याशियों के लिए राहत से भरी होगी, यह तय है।
मोदी मुक्त भारत कहने के एक साल बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे सत्ताधारी पार्टी भाजपा के खिलाफ आगामी लोकसभा चुनाव में अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। शनिवार को इसकी शुरुआत गुडी पड़वा से होगी। मनसे इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी मगर राज ठाकरे कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं के साथ मंच साझा किए बिना उनके प्रत्याशियों के लिए सभा व रैलियों को संबोधित करेंगे। यह रैलियां व सभा मावल जहां पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पुत्र पार्थ पवार, बारामती जहां राष्ट्रवादी हाईकमान शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले में भी होंगी। इसके अलावा पुणे में कांग्रेस के प्रत्याशी मोहन जोशी और शिरूर में राष्ट्रवादी के प्रत्याशी डॉ अमोल कोल्हे के प्रचार के लिए भी उनकी सभा का नियोजन किया जा रहा है।
गुड़ी पड़वा पर मुंबई में हुई सभा में उमड़ी भीड़ और मोदी सरकार व भाजपा के खिलाफ की गई जोरदार बैटिंग ने महायुति की नींद उड़ा दी है। उनके अभ्यासपूर्ण भाषण और मोदी सरकार पर उठाए गए सवालों की चहुंओर चर्चा हो रही है। इस सभा, जिसमें उन्होंने एक बार राहुल गांधी को मौका देकर देखने की बात कही है, के बाद भाजपा- शिवसेना महायुति के खिलाफ सभा व रैलियों का सिलसिला शुरू होने जा रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने तब शेकापा की ओर से मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र के मैदान में उतरे भाजपा के मौजूदा विधायक लक्ष्मण जगताप को अपना समर्थन घोषित किया था। इस बार उन्होंने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे बिना राष्ट्रवादी कांग्रेस- कांग्रेस को समर्थन घोषित किया है। खुद वे महागठबंधन के प्रत्याशियों के प्रचार में बिना उसके नेताओं के साथ मंच साझा किए सभा करेंगे।
मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे की पूरे महाराष्ट्र भर में होनेवाली सभाओं में से एक सभा पिंपरी चिंचवड शहर में भी होने जा रही है। इससे मावल और शिरूर से शिवसेना के प्रत्याशी रहे सांसद श्रीरंग बारने और शिवाजीराव आढलराव पाटिल के खेमे में चिंता का माहौल है। वहीं इन दोनों दिग्गज व कद्दावर नेताओं के मुकाबले मैदान में उतरे नए नवेले पार्थ पवार और डॉ अमोल कोल्हे के खेमे में राहत महसूस की जा रही है। इन दोनों में से डॉ कोल्हे तो फिर भी छत्रपति संभाजी महाराज पर आधारित मराठी सीरियल से पूरे महाराष्ट्र में परिचित हैं। शिवसेना के संपर्क प्रमुख भी रह चुके हैं। अब राष्ट्रवादी की ओर से शिरूर चुनाव क्षेत्र के मैदान में उतरे हैं। मगर पार्थ पवार तो एकदम नए-नवेले हैं। राष्ट्रवादी सुप्रीमो शरद पवार के पोते और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पुत्र रहे पार्थ को इस चुनाव के जरिये राजनीति में ‘लांच’ किया जा रहा है। उनके लिए मनसे हाइकमान राज ठाकरे की सभा किसी संजीवनी से कम साबित नहीं होगी।