मोदी के तीखे बोल-टॉप लीडर्स की चप्पल उठाने से बात नहीं बनेगी, जनता के लिए कुछ करना होगा

पुड्डुचेरी. ऑनलाइन टीम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुड्डुचेरी दौरे को राजनीतिक विश्लेषक अपने चश्मे से देख रहे हैं। उनका मानना है कि भाजपा की कोशिश तमिलनाडु के निचले तबके के वोटों को अपने पाले में लाना है। वह पश्चिमी तमिलनाडु की गाउंडर्स, मदुरई, दक्षिण तमिलनाडु के थेवार समुदाय, उत्तर तमिलनाडु की वानियार्स और नाडर्स समुदाय को भी अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रही है। साथ ही उन विरोधियों को भी संदेश दे रही हैं, जो कहते हैं कि भाजपा उत्तर भारत की पार्टी है। भाजपा की एक और बड़ी रणनीति खुद को तमिल समर्थक दिखाना है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अभी कल ही उत्तर-दक्षिण को अलग-अलग करने की कोशिश की थी, इसलिए भाजपा के सामने दूसरी बड़ी चुनौती उत्तर बनाम दक्षिण या हिंदी बनाम तमिल की लड़ाई से निपटना भी है। यही वजह है कि अपने कार्यक्रमों में मोदी समेत केंद्रीय नेता तमिल भाषा की समृद्धि पर बात करते हैं और यहां के कवियों का जिक्र करते हैं।

पुडुचेरी में गुरुवार को करीब तीन हजार करोड़ के प्रोजेक्ट की आधारशिला रखने के बाद यही कारण है कि पीएम नरेंद्र मोदी अपने अंदाज में कांग्रेस पर खूब बरसे। उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि हवा बदल रही है।  पुडुचेरी एक ऐसी सरकार का हकदार है, जिसकी आलाकमान यहां की जनता हो। टॉप लीडर की चप्पल उठाने में वह विश्वास ने करे। बता दें कि वी. नारायणसामी का 2015 का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह तत्कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल राहुल गांधी की चप्पलें उठाते दिख रहे थे। राहुल 2015 में पुडुचेरी में ऐसे इलाके में गए थे, जहां बाढ़ आई हुई थी। पानी से निकलने के लिए राहुल ने चप्पल उतारी तो नारायणसामी ने चप्पलों को हाथ में उठा लिया। कुछ देर बाद नारायणसामी ने राहुल के सामने चप्पलें रखीं। राहुल ने बिना कुछ कहे चप्पलें पहन लीं थीं।

पीएम आज तमिलनाडु भी जाएंगे। वह कोयंबटूर में 12,400 करोड़ रुपए की लागत से कई परियोजनाओँ का शुभारंभ करेंगे। मोदी का पिछले 14 दिनों में तमिलनाडु का यह दूसरा दौरा है। पुडुचेरी तथा तमिलनाडु में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और भाजपा तमिलनाडु में जीत हासिल कर उत्तर भारतीय पार्टी होने की छवि को बदलने के लिए पूरजोर कोशिश कर रही है। इसके लिए पार्टी राज्य में एससी-एसटी और अल्पसंख्यक समुदाय पर पकड़ बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। राज्य में इन वर्गों की आबादी का 30 प्रतिशत हैं।

मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के कई स्टार प्रचारक तमिलनाडु में सभाएं कर चुके हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह तथा निर्मला सीतारमण के भी नाम शामिल हैं।  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोदी आज की रैली में तमिलनाडु में निचली जातियों के लिए लोकसभा में पेश किए गए बिल पर बोल सकते हैं। यह बिल राज्य की सात अनुसूचित जातियों को एक नाम देवेंद्रकुला वेलालर्स के तौर पर करने का रास्ता साफ करेंगे। ये समुदाय लंबे समय से इनकी मांग कर रहे थे।