बारिश ने लौटाई किसानों की मुस्कान; मावल, मुलशी में धान बुआई जोरों पर

पिम्परी : समाचार ऑनलाइन

जहाँ एक तरफ भारी बारिश मुंबई में आफत साबित हो रही है वहीं दूसरी ओर इसी बारिश के चलते किसानों के चेहरों की मुस्कान लौट आयी है। बारिश के जोर पकड़ते ही पुणे जिले के मावल और मुलशी तालुका में धान को बुआई जोरों में शुरू हो गई है। किसान भी पूरी तरह से बुआई में जुट गए हैं। गौरतलब हो पुणे जिले म मावल और मुलशी तालुका में धान की पैदावार अच्छी होती है। लगभग 9 हजार हेक्टर खेती में सिर्फ धान की बुआई की जाती हैं।

पुणे के मावल और मुलशी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से काफी अच्छी बारिश शुरू हैं। इसके वजह से किसान आनंदित हैं। उन्होंने जोरशोर में अपने खेतों में बुआई का काम करना भी शुरू कर दिया हैं। पुणे के ग्रामीण परिसर खासकर मावल और मुलशी तालुका में धान की पैदावार बड़े पैमाने पर ली जाती है। धान के लिए बड़ी मात्रा में बारिश की जरूरत होती हैं। इस साल बारिश की शुरूआत अच्छी होने से किसानों ने जल्दी ही खेतों में बुआई करना शुरू कर दिया हैं। कई हिस्सों में पहले तीन दिन की बारिश ही खेतों में बुआई के लिए अनुकूल बनी है। इसके चलते किसान बुआई के काम मे जुट गए हैं। 15 दिन पहले ही खेतों को बुआई के लिए तैयार करने में लग गए।

बुआई की तैयारियों को ध्यान में रखकर खाद – बीज की बिक्री करने वाले व्यापारी भी सक्रिय हो गए है। स्थानीय किसान संदीप गायकवाड़ का कहना है कि, इस साल अच्छी बारिश हुई हैं। धान की खेती के लिए यह पिछले साल की तुलना में फायदेमंद साबित हो रही हैं। इस साल मुझे 5 से 10 क्विंटल धान की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान हैं। ऐसे ही बारिश कुछ दिन और रही तो किसान को फायदेमंद होगा। कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो गत कुछ सालों की तुलना में इस साल अच्छी बारिश हो रही है, ऐसे में किसानों को चाहिए कि कम समय में तैयार होने वाली प्रजाति के बीज अपने खेतों में बोयें।इसका फायदा यह होगा कि एक तो फसल जल्दी तैयार हो जाएगी और बारिश इस साल औसत से कम हो तो भी समय पर तैयार हो जाएगी।