बारिश ने बिगाड़ा घर का बजट, सब्जियों के दाम बढ़े

नई दिल्ली | समाचार ऑनलाइन

देश के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश ने लोगों के घर का बजट भी बिगाड़ दिया है। डिमांड और सप्लाई के चौड़े होते अंतर के चलते सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और नैनीताल से उत्तर प्रदेश भेजी जाने वाली सब्जियों के भाव पिछले कुछ दिनों में काफी ऊपर पहुँच चुके हैं। खासतौर पर टमाटर, सोया मेथी और हरी सब्जियों की सप्लाई कम हो गई है, नतीजतन इनके दामों में इजाफा हुआ है।

बारिश के अलावा कांवड़ यात्रा के लिए रूट डायवर्जन के कारण भी सब्जियों की कीमत बढ़ी है। इसके अलावा, रखी हुईं सब्जियां खराब हो रही हैं और जिन विक्रेताओं के पास सब्जियां स्टोर करने की पर्याप्त व्यवस्था है वो दोगुने दाम वसूल रहे हैं। कुछ किसानों का कहना है ज्यादा बारिश के चलते कई सब्जियां सड़ गई हैं। आधे से अधिक खेतों में पानी भरने से सब्जियां ख़राब हो चुकी हैं, जिससे बाज़ार में डिमांड पूरी नहीं हो पा रही है।

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ये भी है समस्या

दिल्ली, मेरठ और उसके आसपास की मंडियों के कारोबारियों का कहना है कि बारिश, ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड से फलों और सब्जियों की आपूर्ति पर असर पड़ा था। अब कांवड़ यात्रा के चलते विभिन्न रूटों से दिल्ली-एनसीआर आने वाले ट्रकों की आवाजाही थमी है। इस कारण जगह-जगह रास्ते में भी सामान रुका पड़ा है। बरसात के कारण सब्जियों की बर्बादी भी बढ़ी है। इन्हें ज्यादा समय तक रखना भी मुश्किल हो गया है।

कितने हुए दाम

मौजूदा वक़्त में आलू के दाम 25 से 30 रुपये तक जा चुके हैं। टमाटर 70 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। प्याज के दामों में भी इजाफा दर्ज किया गया है। हरी सब्जियों में सस्ती बिकने वाली लौकी भी 60 रुपये में बिक रही है। जबकि गोभी के भाव 80 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं।