Raigad Landslides | महाराष्ट्र : महाड में तलई गांव में लैंडस्लाइड, 36 लोगों की मौत, कइयों की नीचे दबे होने की आशंका

 

रायगढ़ : (Raigad Landslides) कोंकण क्षेत्र में पिछले दो-तीन दिनों से भारी बारिश (heavy rainfall ) हो रही है। एक तरफ जहां चिपलून महाड जैसे शहर बाढ़ (flood) की चपेट में आ गए हैं, वहीं कोंकण पहाड़ियों से लगे कई गांवों में भूस्खलन (Raigad Landslides) हुआ है। महाड के तलई गांव में भी ऐसा ही हादसा हुआ है, जिसमें 36 लोगों की मौत (Raigad Landslides) हो गई है। कई लोगों के अभी भी दबे होने की आशंका है।

मिली जानकारी के अनुसार, कल शाम रायगढ़ के तलई गांव में भूस्खलन हुआ। मलबे के इस ढेर के नीचे गांव के करीब 35 घर दब गए। भारी बारिश के कारण बचाव कार्य मौके पर नहीं पहुंच सके। जिससे यह बड़ा हादसे में तफ्दील हो गया। फ़िलहाल स्थानीय ग्रामीणों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। 32 शव बरामद किए गए हैं। ग्रामीणों को डर है कि 80 से 90 शव अभी भी ढेर के नीचे दबे हुए हैं।

रायगढ़ जिला पुलिस अधीक्षक अशाेक दुधे के मुताबिक, एनडीआरएफ, पालिस, स्थानीय प्रशासन और कुछ संगठनों के बचाव दल युद्ध स्तर पर सहायता कर रहे हैं। घायलों को हेलीकॉप्टर से निकाला जा रहा है। महाड़ सावित्री बाढ़ के नागरिकों को हेलीकॉप्टर से निकाला जा रहा है। प्रशासन को तीन और हेलीकॉप्टरों की जरूरत है। वरिष्ठ स्तर पर इसे हासिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी तरह जिले में एनडीआरएफ की चार इकाइयां महाड़ में राहत कार्य में लगी हुई हैं। बाधाओं को दूर कर आज दोपहर 12 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने बचाव सामग्री, खाने के पैकेट और पानी की व्यवस्था की है।

खेड़ में भूस्खलन से 17 की मौत

रत्नागिरी जिले के खेड़ तालुका में धमनंदन के पास पोसरे बौद्धवाडी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में कम से कम 17 लोग दब गए। पिछले एक सप्ताह से लगातार बारिश हो रही है। बुधवार रात से ही तेज बारिश हो रही है। इस मूसलाधार बारिश के कारण पोसारे के बौद्ध मंदिर में दर्द हुआ। इसने 12 घरों को चपेट में ले लिया। इनमें से 6 घर पूरी तरह से दबे हुए हैं। कम से कम 17 लोग मारे गए हैं। मलबे में 25 जानवर भी दबे हुए हैं। इस संबंध में प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। संचार की कमी के कारण सिस्टम भी कमजोर है।