राजपथ पर गरजा राफेल…मारी ‘गुलाटी’ तो दंग रह गया आसमान भी  

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम   : बाहुबली राफेल ने गणतंत्र दिवस पर अपनी ताकत दिखाई। झांकियों के प्रदर्शन के बाद  30 सेकेंड तक राजपथ के आसमान में राफेल की गूंज सुनाई दी।

राजपथ पर लड़ाकू विमान राफेल ने 900 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरी।  पलक झपकते ही  गायब। राफेल के इस वर्टिकल चार्ली रूप पर लोग फिदा हो गए। स्क्वॉड्रन लीडर किसलयकांत के साथ 17 स्क्वॉड्रन के कमांडिंग अफसर ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह इसे उड़ा रहे थे। वर्टिकल चार्ली का मतलब यह है कि युद्ध के दौरान लड़ाकू विमान जब दुश्मनों का सफाया करने के साथ-साथ खुद को बचाने के भी प्रयास करते हैं, तो उसे वर्टिकल चार्ली कहा जाता है।

बता दें कि एकलव्य फॉरमेशन की अगुवाई राफेल लड़ाकू विमान ने की। राफेल के साथ दो जगुआर, दो मिग-29 लड़ाकू विमान हैं। राफेल लड़ाकू विमान इस बार वर्टिकल चार्ली रूप में दिखा। इस फॉर्मेशन का नेतृत्व 17 स्क्वाड्रन के कैप्टन रोहित कटारिया ने की।
भारतीय वायुसेना में 4.5वीं पीढ़ी के अत्याधुनिक विमान राफेल का शामिल होना अति खास है।पहली बार राफेल का सार्वजनिक प्रदर्शन किया गया। आपको याद होगा कि फ्रांस से जब राफेल को भारत लाया गया, तब समय की संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार ने इस आयोजन को मीडिया से दूर रखा और अंबाला के कुछ इलाकों में धारा 144 लगाई गई तथा छतों से फोटो खींचने तक पर रोक लगाई गई थी।   बता दें कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तत्कालीन फ्रांसिसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने अप्रैल 2015 में 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा किया था। इनकी कीमत 59 हजार करोड़ रुपए थी। अक्टूबर 2019 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारत का पहला राफेल विमान लाने फ्रांस गए।  अभी तक भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से आठ मिल चुके हैं।