पुणे के ससून हॉस्पिटल ने  म्यूकरमाइसिस के ऑपरेशन के सौ के आंकड़े को पूरा किया 

पुणे, 4 जून : ससून हॉस्पिटल में म्यूकरमाइसिस के मरीजों के ऑपरेशन का आंकड़ा सौ तक पहुंच गया है।  ससून हॉस्पिटल में  म्यूकरमाइसिस की सौवां ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।  कोरोना महामारी के साथ-साथ  म्यूकरमाइसिस यानी ब्लैक फंगस की परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है।

यह बीमारी अधिकांश कोविड -19 से ठीक हो चुके लोगों को हो रही है।  कोविड के दौरान मरीजों को दिए जा रहे स्टीरॉयड और मरीजों में  डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, टीबी जैसी अन्य बीमारियों और कम रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण  आसानी से ब्लैक फंगस का शिकार हो रहे है। यह फंगस आगे जाकर आंख और मस्तिष्क में संक्रमण फैलाता है जिससे मरीज आंखों की रौशनी या जान गंवा सकते है।

पुणे के ससून हॉस्पिटल में  म्यूकरमाइसिस की महामारी शुरू होने के बाद 201 से अधिक मरीज एडमिट हो चुके है।  इनमे हर दिन 7 से 8 नए मरीज भर्ती हो रहे है।
इन मरीजों का  म्यूकरमाइसिस का सौवां ऑपरेशन पूरा हो चुका है।  इन ऑपरेशन में अब तक 101 फेस व स्कलबेस, 2 क्रानियटोमी, 2 कैंसर और  म्यूकरमाइसिस के केस शामिल है. इसके अलावा 11 लोगों के मस्तिष्क की रक्त वाहिनी में ब्लैक फंगस का संक्रमण होने की वजह से उनका ऑपरेशन किया गया।  4 मरीजों के मस्तिष्क में फंगस की वजह से पस होने की वजह से उनका ऑपरेशन किया गया।

इनमे से अधिकांश ऑपरेशन सरकार के महात्मा ज्योतिबा फुले जन स्वास्थ्य योजना के तहत किया गया है।  इस बीमारी के उपचार में लगने वाला अम्फोटरिसिन की व्यवस्था डॉ. भारती दासवानी प्रोफेसर व MPJAY प्रभारी अधिकारी की तरफ से अच्छी तरह से किया गया।  यह  ऑपरेशन  डॉ. मुरलीधर तांबे, डीन, ससून हॉस्पिटल, डॉ. अजय तावरे और डॉ. विजय जाधव के सहयोग से हुआ।  यह ऑपरेशन डॉ. समीर जोशी, प्रोफसेर व विभाग प्रमुख, नाक कान व गला विज्ञानं विभाग के नेतृत्व में सहयोगी प्रोफेसर डॉ. राहुल तेलंग, सहयोगी प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार सोनावले, सहयोगी प्रोफेसर डॉ. अफशान शेख, सहयोगी प्रोफेसर डॉ. किरीट यथाटी और डॉ. चेरी रॉय ने की।

फंगस से अपने आंखों को रौशनी गंवा चुके मरीजों का प्रबंधन नेत्र विशेषज्ञ डॉ. संजीवनी आंबेकर और डॉ. सतीश शितोले दवारा की गई।