भीमा कोरेगांव दंगे की जांच पुणे ग्रामीण पुलिस ही करेगी ; गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पुणे में कहा

पुणे : समाचार ऑनलाइन –  एल्गार परिषद आयोजन प्रकरण की जांच राष्ट्रीय जांच यंत्रणा को सौंपी गई है लेकिन भीमा कोरेगांव दंगे की जांच पुणे ग्रामीण पुलिस ही करेगी। इस संदर्भ मंे एडवोकेट जनरल की सलाह के बाद समांतर विशेष जांच पथक की स्थापना की जाएगी।

शनिवार को देशमुख ने पुणे पुलिस आयुक्तालय को भेट दी। इस समय पत्रकारों से बात करते हुए उन्हांेने कहा कि एल्गार की जांच एनआईए को सौंपी गई है लेकिन भीमा कोरेगांव की जांच ग्रामीण पुलिस ही करेगी। इस संदर्भ मं एडवोकेट जनरल की सलाह के बाद समांतर एसआईटी की स्थापना की जाएगी। उस से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।

राज्य में एनपीआर लागू किया जाएगा क्या इस सवाल का जवाब देते हुए देशमुख ने कहा कि एनपीआर, एनआरसी, सीएए पर अभी तक कैबिनेट में चर्चा नहीं हुई लेकिन चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा। राज्य के किसी भी नागरिक का नागरिकत्व नहीं जाने देंगे।

आर्टिफिशियल इंटिलिजन्स की ली जाएगी मदद
देशमुख ने बताया कि राज्य की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य की नई इमारतों में सीसीटीवी लगाना बंधनकारक करने का कानून कर रहे है। इसके लिए सीसीटीवी माॅनिटरिंग सेल स्थापन किया जाएगा और इस काम में इंटिलिजन्स की मदद ली जाएगी।

अांध्रप्रदेश की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी कानून?
देशमुख ने कहा कि आंध्रप्रदेश सरकार ने महिलाओं पर हो रहे अन्याय, अत्याचारों पर रोक डालने हेतु दिशा कानून किया है। इसकी पृष्ठभूमि पर कानून तथा उसके कार्यान्वयन की जानकारी लेने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों समेत 20 फरवरी को आंध्रप्रदेश का दौरा किया जाएगा। पूरी जानकारी हासिल कर महाराष्ट्र में यह कानून किस तरह से कार्यान्वित किया जा सकता है इसका निर्णय लिया जाएगा। महिलाओं को जल्द से जल्द न्याय दिलवाने के लिए भी कोशिश की जाएगी।