Pune | रोजगार के मामले में पुणे दूसरे स्थान पर ; मॉन्स्टर की रिपोर्ट 

पुणे, 23 सितंबर : Pune |  नए रोजगार के मौके उपलब्ध कराने के मामले  में देश में बंगलुरु के बाद पुणे ( Pune) दूसरे नंबर पर है।  2020 के अगस्त महीने की तुलना में इस बार 40% रोजगार का इंडेक्स (employment index) बढ़ा है।  मॉन्स्टर एम्प्लॉयमेंट इंडेक्स (monster employment index) दवारा जारी किये रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। 

कोरोना काल (coronavirus) में लॉकडाउन (lockdown) के कारण कई लोगों की नौकरी चली गई।  जबकि बड़ी संख्या में लोग अपने गांव को लौट गए।  मॉन्स्टर संस्था ने बताया कि इस बार अगस्त महीने में केवल राष्ट्रीय स्तर पर 44 अंक का रोजगार इंडेक्स  बढ़ा है।  यह वृद्धि प्रमुख रूप से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, परिवहन जैसे क्षेत्र में नौकरी के संदर्भ में देखने को मिला है।  इसकी तुलना में शिक्षा, इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन आदि क्षेत्र में नए रोजगार नहीं है।  पुणे के आईटी सेक्टर में उत्पादन, सेवा और निर्यात क्षेत्र को फायदा हुआ है।  कोरोना मरीजों की संख्या सीमित रहने पर अगले छह महीने में पुणे और पिंपरी चिंचवड़ का इंडस्ट्रियल सेक्टर अपने पूर्व की स्थिति में आ जाएगा।  यह विश्वास जानकारों ने व्यक्त किया है।  
महत्वपूर्ण निष्कर्ष 
* पिछले छह महीने में रोजगार के इंडेक्स में औसत 5% की वृद्धि
* जुलाई और अगस्त 2021 में नए रोजगार के मौके में वृद्धि स्थिर
* सभी शहर में आईटी , सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में रोजगार बढ़ा
* ऊंचे पदों या मैनेजिंग डायरेक्टर की जिम्मेदारी वाली नौकरी में सबसे अधिक भर्ती
* जनवरी 2021 से रोजगार का इंडेक्स बढ़ा है
 
अगस्त महीने में रोजगार का मौका 
शहर : अगस्त 2020 की तुलना में बढ़ा (प्रतिशत )
बंगलुरु : 59
पुणे : 40
चेन्नई : 37
मुंबई : 16
दिल्ली व एनसीआर : 14
कोलकाता : 16
जयपुर : 20
क्षेत्र के अनुसार रोजगार का मौका 
क्षेत्र : अगस्त 2020 की तुलना में वृद्धि (प्रतिशत )
आईटी, सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर : 39
माल ढुलाई, शिपिंग : 37
टेलिकॉम : 36
कपडा, गहने, लेदर आदि : 30
बैंकिंग, बीमा : 33
पर्यटन और यात्रा : 27
शिक्षा : 18
 
कोरोना काल में बढे वेक्सीनेशन, त्यौहार आदि की वजह से पुणे के आईटी सेक्टर के साथ साथ उत्पादन और परिवहन क्षेत्र में नए रोजगार में मौके बढे हुए नज़र आये।  विश्वास है कि पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहर के संदर्भ में रोजगार की यह वृद्धि ऐसी ही नहीं रहेगी। – सुधीर मेहता, अध्यक्ष, एमसीसीआइए, पुणे