पुणे : कोथरुड-पाषाण पंचवटी टनल का विरोध 

पुणे, 1 जुलाई : कोथरुड-पाषाण पंचवटी के प्रस्तावित टनल पाषाण, औंध, बाणेर परिसर के निवासियों के साथ 13 स्वयंसेवी संस्थाओं ने विरोध किया है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल से उन्होंने विनती की है।  उनका कहना है कि इस टनल की वजह से परिसर के पर्यावरण का बैलेंस बिगड़ जायेगा।

कोथरुड के सुतारदरा से पाषाण पंचवटी के दौरान टनल तैयार करके इसमें सड़क बनाने की योजना है।  इस पर करीब 250 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. इस संबंध मनपा दवारा शुरू किये गए प्रोजेक्ट प्रक्रिया को बाणेर-पाषाण लिंक रोड एरिया सभा, डेक्कन जिमखाना परिसर समिति, पंचवटी उत्कर्ष सेवा संस्था, वेताल टेकड़ी फ्रेंड्स ग्रुप, अनवरमेंट क्लब ऑफ़ इंडिया, पुणे जिला हाउसिंग फेडरेशन, उड़ान फॉर चेंज आदि संस्था, संगठन का विरोध है।  इनका कहना है कि वनाज-रामवाड़ी और हिंजवडी-शिवाजीनगर मार्ग पर मेट्रो का काम चल रहा है।  ऐसे में इस टनल की जरूरत नहीं है।  यहां की जैव विविधता को नष्ट करने का क्या फायदा है ? यह सवाल नागरी कृति समिति के प्रदीप घुमरे ने उठाया है।

मनपा का कहना है

इस मामले में मनपा के ट्रैफिक प्रबंधन विभाग के सीनियर अधिकारी का कहना है कि कोथरुड-पाषाण पंचवटी टनल शहर के डेवलमेंट प्लान में शामिल है।  फ़िलहाल इस टनल के सर्वेक्षण का काम चल रहा है।  यह पूरी होने के बाद टनल की प्रोएक्ट तैयार की जाएगी। इसे मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू होगा।

आठ करोड़ का  ई-बस ले

मनपा का कहना है कि सर्वेक्षण के लिए 8 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया गया है।  तीन साल पहले इस टनल के लिए 60 करोड़ रुपए खर्च होना था लेकिन अब यह खर्च 250 करोड़ रुपए होगा।  तीन वर्षो में यह खर्च चार गुना कैसे हो गया ? साथ ही 8 करोड़ रुपए में सर्वेक्षण करने की बजाय उस पैसे से ई-बसें खरीद कर नागरिकों को सस्ते में यात्रा की सुविधा दी जाए.

टनल को लेकर विरोध

* टनल के  प्लान में  निर्दोष और आम लोगों की उपेक्षा
* पाषाण की बजाय औंध, बाणेर में ट्रैफिक जाम खत्म करने की जरुरत
* मेट्रो से जाम खत्म होगा ऐसे में टनल की क्या जरुरत ?
* वेताल टेकड़ी की जय विविधता नष्ट होगी
* 15 हज़ार पेड़ों को फिर से लगाना होगा