75 लाख की हफ्ता वसूली मामले में पुणे के पुलिस मित्र जयेश कासट गिरफ्तार, मचा हड़कंप 

पुणे : समाचार ऑनलाइन – अट्रोसिटी का डर दिखाकर डॉक्टर दवारा 75 लाख रुपए का हफ्ता लेने वाले मनोज अडसुल को धमकाकर उनसे पैसे वसूलने वाले पुलिस मित्र को आख़िरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार पुलिस वाले का नाम जयेश कासट (नि- नारायण पेठ )  है. जयेश कासट पुलिस विघ्नहर्ता न्यास के ट्रस्टी है. पुलिस में होने का गलत फायदा उठाते हुए अपने नाम से धमकाकर हफ्ता वसूलने के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है.

इस मामले में मनोज अडसुल के भाई डॉ. हेमंत तुकाराम अडसुल (उम्र 55 वर्ष, नि चिंतामणिनगर, सहकारनगर ) ने शिकायत दर्ज कराई है.  इस मामले में पुलिस ने बताया कि डॉ. हेमंत अडसुले दवारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार जयेश कासट ने 2 जनवरी की दोपहर फ़ोन करके नारायण पेठ के निरंजन मेडिकल में बुलाया था और नहीं आने पर कहा था कि तुम्हारे भाई मनोज को बहुत मुश्किल होगी। शाम को दुकान पर जाने पर उसने बताया कि मैं पुणे पुलिस विघ्नहर्ता न्यास का ट्रस्टी हूं और कई सीनियर पुलिस अधिकारियो से मेरी पहचान है. इसके बाद उसने 6 जनवरी को फिर से धमकी दी. उस वक़्त हमने उसे 5 लाख रुपए दिए फिर भी उसने उसके डॉ. रासने को दिए गए 70 लाख रुपए की मांग करते करते हुए परेशान करना जारी रखा.

पुलिस मित्र के रूप में जयेश कासट बार बार पैसे की मांग करने की शिकायत मनोज अडसुल ने पुलिस कमिश्नर से 6 फरवरी को की थी. उस वक़्त मनोज अडसुल ने कासट से हुई बातचीत का रिकॉर्ड पुलिस कमिश्नर को सुनाया था. इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की जाँच क्राइम ब्रांच के एंटी हफ्ता वसूली टीम को दिया। अडसुल की शिकायत की जांच पर पूछताछ के लिए जयेश कासट को क्राइम ब्रांच ने बुलाया था. इसके बाद डॉ. रासने सामने आये और उन्होंने मनोज अडसुल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।  उस मामले की भी जांच की गई. उसके बाद मनोज अडसुल पर 75 लाख रुपए का हफ्ता लेने का केस दर्ज किया गया था. मनोज अडसुल से गिरफ़्तारी पूर्व जमानत के लिए कोर्ट के दरवाजा खटखटाया। इसके बाद शनिवार को डॉ. हेमंत अडसुल दवारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार पुलिस ने हफ्ता वसूली का केस दर्ज कर जयेश कासट को गिरफ्तार कर लिया। इस खबर से हड़कंप मच गया है.