पुणे, 24 मई : पुणे जिला प्रशासन में म्युकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के मामले पर गंभीरता से ध्यान दिया है। इसके तहत हेल्थ अफसर को ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों की जांच करने का आदेश दिया है। इस मामले में रविवार को जिलाधिकारी राजेश देशमुख ने आदेश जारी किया।
राजेश देशमुख ने ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग में 15 अप्रैल के बाद कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों की सूचि तैयार करके 24 से 27 मई के बीच म्युकरमाइकोसिस के संभावित मामलों की जांच करने का आदेश दिया है। म्युकरमाइकोसिस एक जानलेवा बीमारी है। जो कोरोना संक्रमित मरीजों में बड़े पैमाने पर मिल रहा है। पुणे में म्युकरमाइकोसिस के अब तक 300 से अधिक मामले सामने आ चुके है।
जिलाधिकारी देश ने दिए आदेश में कहा है कि जांच के दौरान सामने आने पर इस बीमारी का पता लगाने से इलाज करने तक आवश्यक दवाइयां दे और उपचार और सर्जरी के लिए आगे भेजे। जिस तालुका में कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों की संख्या अधिक है। वहां पर अतिरिक्त डॉक्टर की नियुक्ति की जाए.
इस बीच म्युकरमाइकोसिस के उपचार और दवाइयों के लिए समान वितरण और इसके लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। इसके आलावा स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने म्युकरमाइकोसिस से अब तक 90 लोगों की मौत होने की जानकारी दी है। यह एक चिंता का विषय है।