Pune; पूर्ण लॉकडाउन को हमारा समर्थन, लेकिन…, पुणे व्यापारी महासंघ ने किया स्पष्ट; रविवार देर रात हुई बैठक के बाद लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय

पुणे : जैसे-जैसे पुणे में कोरोना संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका परिणाम हो रहा है। इसलिए, राज्य सरकार ने पुणे शहर में 30 अप्रैल तक अत्यावश्यक सेवा को छोड़कर सभी दुकानों को बंद करने का फैसला किया है। इस निर्णय का पुणे व्यापारी महासंघ ने विरोध किया था और आज (सोमवार) से दुकान खोलने का फैसला लिया था। हालांकि, कल रात (रविवार) को विभागीय आयुक्त के साथ हुई बैठक के बाद आज दुकान खोलने का निर्णय स्थगित कर दिया गया, यह जानकारी पुणे व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष फतेहचंद रांका ने दी। यह निर्णय सिर्फ आज तक ही सीमित है, रांका ने यह भी कहा। रांका ने एक ऑडियो क्लिप के जरिए यह जानकारी दी।

फतेहचंद रांका ने बताया कि रविवार की रात हुई बैठक में पुणे के विभागीय आयुक्त सौरभ राव, जिलाधिकारी राजेश देशमुख, पुणे मनपा आयुक्त विक्रम कुमार, पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता के साथ सहपुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र शिसवे, व्यापारी महासंघ के सचिव महेंद्र पितलीया, प्रकाश ओसवाल, मनोज सारडा, राहुल हजारे, यशस्वी पटेल, नितिन पोरवाल, शंकर पटेल, बॉबी मैनी, संदीप सिंह नारंग, प्रमोद शहा और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

व्यापारी सहयोग करें – सौरभ राव

व्यापारियों के साथ दो घंटे की बैठक में विभागीय आयुक्त सौरभ राव ने फेडरेशन के प्रतिनिधियों को पुणे में कोरोना की वर्तमान स्थिति पर आंकड़ो के साथ जानकारी दी। कोरोना का बढता संक्रमण किस तरह से स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव बना रहा है , इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने व्यापारियों को सहयोग करने के लिए कहा। उन्होंने यह भी कहा कि 15 से 30 के बीच कोरोना चरम पर रहेगा, ऐसे में मरीजो की संख्या बढने की संभावना है।

ग्राहक एक दुकान से दूसरे दुकान में घूमते रहेंगे तो संक्रमण बढ़ने की संभावना है। उसी तरह से पुणे में संक्रमण बढ़ रहा है। हालांकि, दुकान बंद होने के कारण व्यापारियों में संक्रमण होते नहीं दिख रहा है। पुणे की स्थिति को देखते हुए, एक-दो दिन दुकान खोलने का निर्णय न लें। मुख्यमंत्री जो भी निर्णय लेंगे, उसके अनुसार आप निर्णय लें।

 पूर्ण लॉकडाउन को समर्थन

व्यापारियों का पक्ष रखते हुए फतेहचंद रांका ने कहा कि कहीं यह साबित नहीं हो रहा है कि व्यापारियों के कारण संक्रमण बढ़ रहा है। साथ ही कारखाने, परिवहन, रिक्शा, फूड स्टॉल, ई-कॉमर्स के व्यवसाय को शुरू रखेंगे तो फिर हमारा विरोध है। यदि पूर्ण लॉकडाउन किया जाता है, तो पुणे व्यापारी महासंघ समर्थन करेगा। यदि आप आंशिक रूप से लॉकडाउन कर हमारे व्यवसाय को बंद करते हैं और ई-कॉमर्स व्यवसाय जारी रखते हैं, तो हम इसका तीव्र विरोध करेंगे, और हम अपनी दुकान खोलेंगे, यह चेतावनी भी दी।

कुछ व्यापारी दुकान खोलने पर अड़े

इसके बाद 46 व्यापारियों के संघ के साथ ज़ूम मीटिंग में कुछ व्यापारी दुकान खोलने के निर्णय पर अड़े रहे। 46 एसोसिएशन में से नौ ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दुकानों को नहीं खोलेंगे। वही एसोसिएशन ने दुकानें खोलने पर जोर दिया। हालांकि, पुणे की स्थिति को देखते हुए और अधिकारियों द्वारा किए गए अनुरोध और 9 एसोसिएशन के मत को देखते हुए कोई निर्णय नहीं लिया जा सका।

मुख्यमंत्री के निर्णय पर अगली रणनीति तय करेंगे

व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष फतेहचंद रांका ने कहा कि अध्यक्ष होने के नाते हम एक दिन के लिए दुकान खोलने के निर्णय को स्थगित कर रहे हैं। आज, मुख्यमंत्री क्या निर्णय लेते हैं, इस पर हम अगली रणनीति तैयार करेंगे। यदि कोई दुकान खोलना चाहता है, तो व्यापारी अपनी जिम्मेदारी पर दुकान खोले। फतेहचंद रांका ने कहा कि अगर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है, तो व्यापार महासंघ इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा।