Pune News | भाजपा के राज्य में विटंबना, महाविकास आघाडी ने किया महाराष्ट्र की अस्मिता का जतन

पिंपरी : Pune News | उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) ने स्वराज्यरक्षक छत्रपति संभाजी महाराज (Chhatrapati Sambhaji Maharaj) के स्मारक के निर्माण को हालिया मंजूरी दे दी है। इसके लिए उनका अभिनंदन करते हुए पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) में राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व विधायक विलास लांडे (Vilas Lande) ने कर्नाटक की घटना पर कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि, एक तरफ बीजेपी (BJP) शासित कर्नाटक में छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की बदनामी हो रही है, दूसरी ओर, महाविकास अघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi Government) संभाजी महाराज को एक भव्य स्मारक के निर्माण को मंजूरी देती है। अजीत पवार हमेशा मराठी व्यक्ति की पहचान की रक्षा के लिए काम करते रहे हैं। जब पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम (PCMC) में राष्ट्रवादी सत्ता में थी, तब निगडी में भक्ति-शक्ति शिल्प समूह का निर्माण किया (Pune News) गया। भोसरी के लांडेवाड़ी चौक पर शिवसृष्टि का निर्माण किया गया। और अब वढू ब्रुद्रुक (हवेली, जिला पुणे) में छत्रपति संभाजी महाराज के स्मारक के निर्माण को मंजूरी दी।

 

इस बारे में जारी किए बयान में उन्होंने कहा कि, स्वराज्यरक्षक छत्रपति संभाजी महाराज महाराष्ट्र के आराध्य देवता हैं। सभी रैयतों के लाभ के लिए महाराज द्वारा दी गई लड़ाई से महाराष्ट्र की पहचान बढ़ी है। स्वराज्य की रक्षा और विस्तार में उनके अपार योगदान को महाराष्ट्र कभी नहीं भूलेगा। महाविकास अघाड़ी सरकार ने छत्रपति संभाजी महाराज की महानता को बरकरार रखा है। महाराज के किलों का संरक्षण, उनकी ऐतिहासिक स्मृतियों का पुनरुद्धार, उनके ऐतिहासिक अवशेषों के लिए एक भव्य संग्रहालय का निर्माण, परिसर का सौंदर्यीकरण, पाठकों के लिए संभाजी महाराज की ग्रंथ सूची की उपलब्धता जैसे विभिन्न मुद्दों पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ चर्चा हुई। अजीत पवार ने इस पर ध्यान दिया और स्मारक के निर्माण को मंजूरी दी। राज्य सरकार वढू बुद्रुक में सभी सुविधाओं से युक्त महाराज का स्मारक बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने जा रही है। पूर्व विधायक लांडे ने कहा, “मैं इस फैसले के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को धन्यवाद देता हूं।”

 

दो दिन पहले कर्नाटक के बैंगलोर में कुछ असामाजिक तत्वों ने स्वराज्य के निर्माता छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को अपवित्र कर दिया। कर्नाटक राज्य में बीजेपी सत्ता में है, केंद्र में भी बीजेपी की सरकार (BJP government) है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पुणे के दौरे पर हैं। किसी भाजपा सांसद या विधायक ने उनसे महाराज की प्रतिमा को तोड़े जाने की सरल जांच के लिए नहीं कहा है। घटना का वरिष्ठ स्तर पर कोई साधारण विरोध भी नहीं किया। चुनाव में वोट मांगने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज के नामों का इस्तेमाल करना और महाराज को बदनाम करने के बाद भी जानबूझकर उनकी उपेक्षा की जाए, यह भाजपा की चाल है। हालांकि पूर्व विधायक लांडे ने यह भी चुनौती दी है कि महाराष्ट्र की सारी जनता भाजपा की साजिश तोड़े बिना नहीं रहेगी।

 

वढु बुद्रुक में छत्रपति संभाजी महाराज की समाधि पर हर साल लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं। छत्रपति संभाजी महाराज की समाधि की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए सभी की सहमति से, सभी की सहमति से क्षेत्र का विकास कार्य भव्य तरीके से किया जायेगा। स्मारक को सुंदर बनाने के लिए उसके डिजाइन के लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ लेआउट का चयन किया जाएगा। क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ-साथ आम जनता के सुझावों का स्वागत करते हुए इसे संशोधित खाका में शामिल किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने स्मारक का निर्माण करते हुए स्थानीय लोगों के साथ भरोसे के साथ काम करने के निर्देश दिए हैं। उनकी यह पहल शहर के स्थानीय नेताओं के मुंह पर तमाचा है जो हिंदू भूषण के नाम पर अपनी-अपनी शेखी बघार रहे हैं। क्योंकि अजीत पवार ने कैबिनेट में कोई भी फैसला लेते समय कोई ढोल नगाड़ा नही बजाया न कभी बड़प्पन दिखाया कि यह हमने किया। हालांकि, जिनके हाथ में कुछ नहीं है, उन्होंने नगर निगम परियोजना का दावा कर समाज को गुमराह किया है। पूर्व विधायक लांडे ने कहा कि इस तरह के झूठ लंबे समय तक नहीं टिकते हैं, इसकी कीमत जल्द या बाद में चुकानी होगी।

 

 

 

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