पुणे, 16 जुलाई : पुणे (pune news) में कुत्तों को गैरकानूनी रूप से संभालने और उसकी ब्रिडिंग (प्रजनन ) कराते हुए उसके साथ (pune news) क्रूरतापूर्ण व्यवहार करने की घटना का मेनका गांधी (meneka gandhi) ने पर्दाफाश किया है। कोर्ट पहुंचे इस विवाद के बाद कोर्ट ने मूल मालिक को इन कुत्तों की कस्टडी देने से साफ इंकार कर दिया है। साथ ही जिला पशुसंवर्धन विभाग (Department of Animal Husbandry) को इन्हे सौंपने का आदेश दिया है। इस घटना से शहर में खलबली मच गई है। इन कुत्तों को गंभीर जख्म है.
कोर्ट में पिपल फोर एनिमल्स की तरफ से ऐड. विजयसिंह ठोंबरे ने दलील पेश की। पिपल फॉर एनिमल्स को मेनका गांधी दवारा शिकायत किये जाने के बाद पुणे जिला अध्यक्ष पुनीत खन्ना व विनीता टंडन ने पुलिस की मदद से 12 कुत्तों को लोणीकंद परिसर से मुक्त कराया था।
इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार पिपल फॉर एनिमल्स के पुनीत खन्ना को मेनका गांधी दवारा मई महीने में इन कुत्तों के साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किये जाने की शिकायत मिली थी। इसे लेकर खन्ना व टंडन ने लोणीकंद पुलिस की मदद से लोणीकंद के एक व्यवसायी के घर से 12 कुत्तों को जब्त किया था। इस दौरान कुत्ते बेहद गंभीर स्थिति में नज़र आये। इसके बाद उन्होंने इन कुत्तों को अपने कब्जे में लेकर इन्हे जिला पशुसंवर्धन को सौंप दिया था। इन कुत्तों का मेडिकल भी कराया गया था। इसमें इन कुत्तों की त्वचा में जख्म नज़र आये थे। इसमें नज़र आया था कि इन्हे सही तरह से न संभाल कर इनके साथ क्रूरता की जा रही थी।
इस मामले में कुत्तों के मालिक ने कोर्ट में इन कुत्तों की कस्टडी मिलने के लिए आवेदन किया था। इसे लेकर कोर्ट में सुनवाई हुई है। कोर्ट ने मूल मालिक को कुत्तों की कस्टडी देने से इंकार कर दिया है। साथ ही संबंधित व्यक्ति को इन कुत्तों को संभालने व ट्रैवलिंग खर्च के रूप में प्रति दिन 260 रुपए के हिसाब से एक वर्ष का खर्च देने का आदेश दिया है। यह खर्च व कुत्तों को अगले 7 दिनों में जिला प्राणी क्लेश प्रतिबंधक समिति को सौंपने का आदेश दिया गया है।