पुणे (Pune News) : पुणे (Pune) के सुपुत्र निलूभाऊ फुले (Nilubhau Phule) के बेजोड़ अभिनय ने दर्शकों के दिलोंदिमाग पर अमिट छाप छोड़ी है। उन्होने समाज कल्याण (Social welfare) के लिए कई काम किए साथ ही अंधश्रद्धा निर्मूलन (Superstition Eradication) के लिए हमेशा प्रयत्नशील (Pune) थे।
इसी तरह से साहित्य क्षेत्र में अपनी छाप छोड़नेवाले कहानीकार और इतिहासकार शंकरराव खरात (Shankarrao Kharat) आंबेडकरी आंदोलन (Ambedkar Movement) के प्रमुख लेखक थे।
पुणे (Pune) के निवासी थे। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) के साथ उन्होने काम किया था। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ (Marathwada Vidyapeeth) के कुलगुरू के रूप में कामकाज देखा। इसलिए पुणे मनपा (Pune Municipal Corporation) की ओर से प्रतिवर्ष कलाकारों को निलुभाऊ फुले के नाम से साथ ही साहित्य क्षेत्र में उत्तम काम करनेवाले व्यक्ति को हर साल शंकरराव खरात के नाम से पुरस्कार दिए जाएं। ऐसी अनुरोध महापौर मुरलीधर मोहोल (Mayor Murlidhar Mohol) से की गई है।
विविध क्षेत्र की संस्था, संगठन पुरस्कार देते हैं लेकिन पुणे मनपा की ओर से दिए जाने वाला पुरस्कार (Award) पुणेकरों की ओर से अधिकृत रीति समझी जाती है। इसलिए पुणे मनपा (Pune Municipal Corporation) की ओर से यह पुरस्कार शुरू किए जाएं, ऐसी विनती भाजपा के सुनील माने ने की है। माने ने कहा कि इसका फॉलोअप भी लेंगे।
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