Pune News| बहन ने डोनेट किया लिवर, फिर भी नहीं बच सकी भाई की जान

पुणे: ऑनलाइन टीम- खेड तालुके के किसान परिवार के होमगार्ड दस्ते में कार्यरत 22 वर्षीय युवक को जॉन्डिस हो गया था। हालांकि कुछ दिन में ही इस बीमारी ने गंभीर रूप ले लिया। युवक को इलाज के लिए पिंपरी चिंचवड के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। संबंधित डॉक्टर ने कहा कि उसकी किडनी और लिवर दोनों खरब है जल्द से जल्द लिवर ट्रान्सप्लांट करना पड़ेगा। उसकी बहन लिवर डोनेट करने के लिए तैयार हो गई। 2 जून को सफलतापूर्वक ऑपरेशन भी किया गया। हालांकि गुरुवार रात को उसकी मृत्यु हो गई। कुणाल दिलीप पावडे युवक का नाम है।

कुणाल के मौत की खबर पूरे खेड तालुके में जंगल में लगे आग की तरह फैल गई। हर जगह शोक का माहौल है। खास बात ये है कि कुणाल की बहन ने उसके लिए लिवर दान किया था। डॉक्टर ने कहा था कि जल्द जल्द से ऑपरेशन करना पड़ेगा इसमे 15 से 20 लाख रुपये खर्च होंगे। कुणाल के घर की आर्थिक परिस्थिति ठीक नहीं थी इसलिए समाज के कई लोग आगे आये इसमे 9 से 10 लाख जमा किए गए।

इस दौरान दो बहन में से एक बहन रेणुका महिंद्रा शिंदे ने अपने भाई के लिए लिवर डोनेट किया। 2 जून को रूबी हॉल अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था। लिवर ट्रांसप्लांट के बाद बहन सुरक्षित है। हालांकि ऑपरेशन के बाद कुणाल को होश नहीं आया था। अंतत: गुरुवार रात उसकी मृत्यु होने की जानकारी डॉक्टर ने दी।दौ

18 घंटे बाद भी शव नहीं सौंपा गया

गरीब परिवार के कुणाल की इलाज के दौरान गुरुवार को रात 9 बजे रुबी हॉल अस्पताल में मौत हो गई। इस घटना को 18 घंटे हो गये हैं। हालांकि अभी भी परिवार को कुणाल का शव नहीं मिला है। पहले अस्पताल के बचे हुए 4 लाख का बिल भरो उसके बाद ही शव मिलेगा, ऐसी भूमिका अस्पताल ने ली है। वही आज तक अस्पताल में 12 लाख 50 हजार का बिल भरने की बात अस्पताल ने की है। मौत के बाद भी कुणाल की लड़ाई शुरू है।