पुणे : (Pune News) पुणे मनपा के मध्यवर्ती भांडार विभाग (Intermediate Warehousing Department) के लिए स्टेशनरी की खरीद के टेंडर (Tender) को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। (Pune News) यह जानकारी सामने आई है कि टेंडर से पहले बैठक करना, टेंडर भरे सभी ठेकेदारों के सामने सैंपल खोलने के साथ विविध नियमों को तोड़ा गया है।
मनपा के क्षेत्रीय कार्यालय को स्टेशनरी आपूर्ति (stationery supplies) कराने के लिए लगभग 66 लाख रुपये का टेंडर मध्यवर्ती भांडार विभाग द्वारा निकाला गया था। इसमें हुए अवैध व्यवहार का खुलासा गुरुवार को हुआ, जिससे कई बातें सामने आने लगी है। नियमानुसार टेंडर खोलने से पहले सभी ठेकेदारों की प्री-बिड मीटिंग की जाती है। यह विभाग के द्वारा नहीं की गई है। साथ ही सभी ठेकेदार के सामने सैंपल खोलना कानूनी रूप से अपेक्षित था लेकिन ऐसा न कर सिर्फ पसंद के ठेकेदार के सामने खोला गया।
इसके अलावा आर्थिक और टेक्निकल ऐसे दो पैकेट ओपन करने के बाद सभी ठेकेदारों के कागजात खुलना चाहिए। लेकिन, सिर्फ एओसी ओपन किया गया। इसलिए यह बात सामने आई है कि ठेकेदारों को कोई जानकारी नहीं मिले।
वस्तुओं में बड़ा अंतर
विभाग के कुछ अधिकारियों ने कहा कि स्टेशनरी की खरीद के लिए निविदा में दी गई शर्तों और मनपा को वास्तव में आपूर्ति की जाने वाली वस्तुओं के बीच एक बड़ी विसंगति थी। इसलिए नियम और शर्तों में वस्तु के गलत स्पेसिफिकेशन डाल कर अन्य ठेकेदारों कंपनियों को बाहर कर और पसंदीदा ठेकेदार को काम दिलाने के लिए बदलाव किया गया। कुछ कर्मचारियों ने कहा कि मांग के अनुसार आपूर्ति नहीं होने के बावजूद चुप रहने का काम चल रहा है।