Pune News | कुंडी विरहित वार्ड के नाम और 371 कचरा कुंडियों का उच्चाटन

पिंपरी : Pune News | पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम (PCMC) के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने कचराकुंडी मुक्त शहर की गतिविधियों को लागू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए शहर में सार्वजनिक स्थलों के 371 कचराकुंडी (कूड़ेदान) उठाये जा रहे हैं और करोड़ों रुपये मूल्य के कूड़ेदान ही बर्बाद किये जा रहे हैं। रात भर में कूड़ेदानों को हटाने के कारण, नागरिक जगह-जगह, कूड़ेदानों में कचरा डंप कर रहे हैं। इसके कारण स्वच्छ और सुंदर पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) शहर अस्वच्छ होता जा रहा (Pune News) है।

 

औद्योगिक नगर में प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले ठोस अपशिष्ट के समुचित प्रबंधन के लिए मोशी गारबेज डिपो में लगभग 81 एकड़ भूमि आरक्षित की गई है।  नगर निगम सीमा में प्रतिदिन लगभग 1000 से 1100 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न होता है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से ठोस कचरा मोशी कचरा डिपो क्षेत्र में लाया जाता है। नगर निगम द्वारा प्रतिदिन कूड़ा उठाकर मोशी डिपो ले जाया जाता है। नगर निगम ने शहर के विभिन्न हिस्सों में 371 कूड़ेदान रखे थे।  इससे नागरिकों को सुविधा हो रही थी। हालांकि, बिना कचरा कुंडी वाले शहर के निर्माण के लिए नगर निगम (municipal Corporation) के स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर के सभी कूड़ेदानों को हटाया जा रहा है। इन कुंडियों को क्षेत्रीय कार्यालय और नेहरूनगर के सेंट्रल स्टोर में रखा जा रहा है।  करोड़ों रुपये की लागत से खरीदा गया कचरा कुंडियां किसी न किसी रूप में बर्बाद होने वाली है।

 

नगर निगम के अचानक फैसले के बाद रातों-रात कूड़ेदान गायब हो गए। इससे नागरिकों, व्यापारियों और व्यापारियों को परेशानी हुई। शहरवासियों ने शिकायत की है कि घर में कूड़ा उठाने वाले वाहनों के लिए कभी सुबह तो कभी दोपहर के समय कूड़ा उठाने का कोई निश्चित समय नहीं होता है। इससे नौकरीपेशा लोगों को काफी असुविधा होती है। ऐसे नागरिक सार्वजनिक स्थानों पर है कूड़ेदान में कचरा डंप कर रहे थे। नतीजतन, नागरिकों द्वारा कूड़ेदानों की जगह पर सड़कों पर कचरा डाला जा रहा है। ऐसे में कचरे की समस्या सुधरने के बजाय और विकराल होती जा रही है। इस बारे में नगर निगम के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी गणेश देशपांडे (Assistant Health Officer Ganesh Deshpande) ने कहा, शहर कचरे से निजात चाहता है। इसके लिए सार्वजनिक स्थलों के 371 कूड़ेदानों को उठाया जा रहा है। आसीन घरों में रहने वाले और काम पर जाने वाले नागरिकों द्वारा कूड़ा निस्तारण में असुविधा की शिकायतें आ रही हैं। इसके लिए कचरा ट्रक का समय और मार्ग बदलने की योजना बनाई जा रही है। लैंडफिल में गंदगी को रोकने के लिए कर्मचारी तैनात किए जाएंगे या सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। कूड़ेदानों को हटाने से शहर के बाहर के कचरे को शहर में डंप होने से रोका जा सकेगा।

 

 

 

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