Pune News : 3 साल मौत से लड़ने के बावजूद जिंदगी की जंग हारी विवाहिता, परिवार को मिलेगा 62 लाख मुआवजा

पुणे :  ऑनलाइन टीम – देव दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी। तब से 3 साल तक एक विवाहिता मौत और जिंदगी से जूझ रही थी। लेकिन, आखिरकार महिला जिंदगी की जंग हार गई। इस दुर्घटना के बाद अब तक हुए खर्च पर पति ने मुआवजे के लिए दावा दायर किया था। जिसके बाद बीमा कंपनी द्वारा पति को 62 लाख रुपये देने को तैयार हो गई।

स्नेहल गणेश धुमाळ मृतक का नाम है। स्नेहल डिग्री के लिए पढ़ाई कर रही थी। वह 4 अप्रैल 2015 को अपने पड़ोसियों के साथ अक्कलकोट में देव दर्शन के लिए गयी थी। इस दौरान उनकी कार पलट गयी थी। इस हादसे में स्नेहल गंभीर रूप से घायल हो गयी। शुरुआत में उनका इलाज सोलापुर के एक अस्पताल में किया गया था। बाद में उन्हें इलाज के लिए यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान तीन साल तक उनका इलाज चला और 23 मार्च, 2018 को उनका निधन हो गया। इस बीच तीन साल के इलाज में 50 लाख रुपये का खर्च आया।

इस मामले में पति ने कार मालिक और विमा कंपनी आयसीआयसीआय लोम्बार्ड जनरल इन्शुरन्स के खिलाफ मोटर दुर्घटना न्यायिक प्राधिकरण में दावा दायर कर 80 लाख रुपये नुकसान भरपाई की मांग की। जिला न्यायाधीश एस. एन. सोनवणे ने इस मामले को ॲड. अतुल गुंजाळ के पास भेजा। ॲड. गुंजाळ ने द्वारा परामर्श दिए जाने के बाद मामला सुलझ गया। शिकायतकर्ता की ओर से ॲड. एस. जी. जोगवडीकर जबकि बिमा कंपनी की ओर से ॲड. सुनील द्रविड ने पुरे मामले की देखरेख की।