पुणे का महापौर ओपन कैटेगरी से होगा

पुणे : समाचार- पुणे मनपा सहित राज्य की 27 मनपाओं के महापौर पद का आरक्षण तय करने बुधवार को मंत्रालय में लॉटरी निकाली गई. इसमें पुणे मनपा का महापौर पद अगले ढाई वर्ष के लिए ओपन कैटेगरी के लिए होगा, यह तय हो गया है. महापौर पद ओपन कैटेगरी के लिए होने से किसी भी वर्ग का नगरसेवक इसके लिए पात्र हो सकता है. जिससे पुणे मनपा की सत्ताधारी भाजपा की ओर से इच्छुकों की संख्या काफी ज्यादा हो गई है.

पुणे मनपा के साथ राज्य की 10 मनपाओं के महापौर व उपमहापौर पद का ढाई वर्ष का कार्यकाल 14 सितंबर 2019 को समाप्त हो गया था. लेकिन राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महापौर और उपमहापौर को तीन महीनों की अवधि बढ़ाकर दी गई थी. यह अवधि 21 नवंबर को समाप्त हो रही है. एक ओर यह अवधि समाप्त हो रही है. वहीं दूसरी ओर राज्य में सरकार स्थापित करने संबंधी गतिविधियां जारी हैं. इसलिए महापौर पद के आरक्षण की लॉटरी का कार्यक्रम पेंडिंग रहने का अनुमान लगाया जा रहा था. लेकिन राज्य सरकार के नगरविकास विभाग ने महापौर पद के आरक्षण की लॉटरी निकालने के कार्यक्रम की घोषणा की. उसके अनुसार नगरविकास विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में बुधवार की दोपहर मंत्रालय में यह लॉटरी निकाली गई. इस वक्त सभी मनपाओं के नगरसचिव वहां उपस्थित थे.

22 नवंबर को चुनाव!
पुणे मनपा में 19, 20 और 21 नवंबर को साधारण सभा है. साथ ही महापौर पद की चुनाव हेतु विभागीय आयुक्त से चुनाव कार्यक्रम तय करना पड़ता है. इसलिए 22 नवंबर को महापौर पद का चुनाव होने का अनुमान है. इस बारे में मनपा के नगरसचिव सुनील पारखी द्वारा आगे की तैयारी की जा रही है. इस संदर्भ में मनपा के सत्ताधारी तथा विभागीय आयुक्त अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है. सभी प्रक्रिया होने के बाद चुनाव की तारीख घोषित की जाएगी.

अनुभवी को मिलेगी जिम्मेदारी
मनपा में सबसे अधिक नगरसेवक 99 नगरसेवक भाजपा के हैं. इसलिए महापौर भी भाजपा का ही होना तय है. महापौर पद के लिए इच्छुकों की संख्या भी काफी ज्यादा है. ऐसे में अगला महापौर कौन बनेगा? इस बारे में अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही हैं. दूसरी ओर भाजपा द्वारा फिर से किसी वरिष्ठ नगरसेवक को ही महापौर पद की जिम्मेदारी सौंपने का अनुमान लगाया जा रहा है. महापौर पद ङ्गओपनफ होने से महिला भी महापौर बन सकती है, लेकिन अभी ओपन महिला के लिए महापौर पद का आरक्षण था, और मुक्ता तिलक ने ढाई वर्ष यह जिम्मेदारी निभाई है.

क्या उपमहापौर पद आरपीआई को मिलेगा?
भाजपा और शिवसेना में लोकसभा चुनाव के दौरान गठबंधन होने से शिवसेना को भी कोई पद दिए जाने की चर्चा थी. लेकिन अब विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा और शिवसेना में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद होने से गठबंधन टूट गया है. ऐसे में उपमहापौर पद फिर से भाजपा के चुनाव चिन्ह पद चुनाव जीतने वाले आरपीआई के नगरसेवक को ही मिलेगा. यह तय माना जा रहा है.

महापौर पद के आरक्षण इस प्रकार : 
मुंबई – ओपन
पुणे – ओपन
नागपुर – ओपन
ठाणे – ओपन
नासिक – ओपन
नवी मुंबई – ओपन महिला
पिंपरी-चिंचवड़ – ओपन महिला
औरंगाबाद – ओपन महिला
कल्याण-डोंबिवली – ओपन
वसई-विरार – एससी
मीरा-भाईंदर – एससी
चंद्रपूर – ओपन महिला
अमरावती – ओबीसी
पनवेल – ओपन महिला
नांदेड – ओबीसी महिला
अकोला – ओपन महिला
भिवंडी – ओपन महिला
उल्हासनगर – ओपन
अहमदनगर – एससी महिला
परभणी – एससी महिला
लातूर – ओबीसी
सांगली – ओपन
सोलापुर – ओबीसी महिला
कोल्हापुर – ओबीसी महिला
धुलियां – ओबीसी
मालेगांव – ओबीसी महिला
जलगांव – ओपन महिला