Pune | निर्भया के लिए पुलिस, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता ने दिखाई मानवता; ‘लाख’ रुपये की मदद की

पुणे (Pune News) : Pune | ‘दस साल पहले, चार वर्षीय बच्ची का अमानवीय रूप से यौन शोषण (Sexual Abuse) किया गया था और उसकी हालत बहुत गंभीर थी। पुलिस (Police) ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए उसे अस्पताल (Hospital) पहुंचाया। एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना एक पैसा लिए दो सफल सर्जरी (Surgery) की। उसके बाद, पुलिस, स्थानीय पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता (Pune) एक साथ आए और ‘निर्भया’ (Nirbhaya) के लिए आर्थिक मदद कर मानवता दिखाई,’ ऐसा संयुक्त पुलिस आयुक्त रवींद्र शिवसे (Joint Commissioner of Police Ravindra Shivse) ने कहा।

 

पुलिस, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता एक साथ आए और पीड़िता (Victim) के भविष्य के लिए 1 लाख रुपये जुटाए। राशि लड़की के नाम फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) के रूप में जमा की गई थी। दस साल बाद, सावधि जमा पूरा हो गया है और पीड़िता के माता-पिता को संयुक्त पुलिस आयुक्त रवींद्र शिसवे द्वारा 2.5 लाख रुपये सौंपे गए हैं। इस दौरान जहांगीर अस्पताल (Jahangir Hospital) के डॉ. सिंह (Dr. Singh, , Yerwada Police Station), वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विश्वनाथ घनवट (Senior Police Inspector Vishwanath Ghanwat), येरवडा थाने के वरिष्ठ निरीक्षक यूनुस शेख (Yerwada Police Station Senior Inspector Yunus Sheikh), पत्रकार  (Journalist) और सामाजिक कार्यकर्ता (Social Activist) उपस्थित थे।

 

कर्नाटक के दंपति अपनी चार साल की बेटी के साथ उदरनिर्वाह के लिए पुणे (Pune) के खराडी में बस गए थे। खराडी (Kharadi) के लेबर कैम्प में माता-पितासो रहे थे तब अज्ञात लोगों ने 29 जून 2011 की रात माता-पिता के पास में सोयी चार साल की लड़की का अपहरण (Kidnapped) कर लिया और उसका बलात्कार किया। येरवडा पुलिस थाने (Yerwada Police Station) के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दीपक सावंत (Senior Police Inspector Deepak Sawant) और निरीक्षक (अपराध) विश्वनाथ घनवट (Inspector Vishwanath Ghanvat) ने घटना की गंभीरता को भांपते हुए बच्ची को ससून अस्पताल (Sassoon Hospital) पहुंचाया।

 

चूंकि लड़की की हालत गंभीर थी और उसे तत्काल सर्जरी की जरूरत थी, तो इंस्पेक्टर घनवट ने उसे जहांगीर अस्पताल (Jahangir Hospital) में भर्ती कराया। जहांगीर अस्पताल के डॉ. दशमीत सिंह (Dr. Dashmeet Singh) ने पुलिस के अनुरोध पर और लड़की की हालत को देखकर बिना किसी पैसे के दो ऑपरेशन किए। इसके लिए अस्पताल के एलन थॉमस ने बहुत मदद की। इसके बाद पुलिस, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता एक साथ आए और पीड़िता के भविष्य के लिए 1 लाख रुपये जुटाए।

 

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