Pune | सिंहगढ़ के लिए जल्द ई  बस सेवा 

पुणे (Pune News) : Pune | प्रदूषण नियंत्रण, ग्रीन फील्ड में बढ़ोतरी, ई वाहन (E-vehicle) के  उपयोग के जरिये 2030 तक कार्बन न्यूट्रल (Carbon Neutral) करने की योजना बनाई गई है।  पुणे (Pune) पर्यावरणपूरक के रूप में पहचाना जाए इसके लिए  2030 तक अक्षय ऊर्जा  90% एकत्रित किया जाएगा। सिंहगढ़ (Sinhagad) के लिए जल्द  ई बस सेवा (E-bus service) शुरू की जाएगी।  यह जानकारी विभागीय आयुक्त सौरभ राव (Divisional Commissioner Saurabh Rao) ने दी है।

 

कार्बन न्यूट्रल (Carbon Neutral) और माझी वसुंधरा अभियान (Majhi Vasundhara Campaign) 2. 0 को लेकर विधान परिषद् (Legislative Council) में उपसभापति डॉ. नीलम  गोर्हे (Deputy Chairman Dr. Neelam Gorhe), पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे (Environment Minister Aditya Thackeray), पर्यावरण राज्यमंत्री संजय बनसोडे (Minister of State for Environment Sanjay Bansode) के साथ हुई समीक्षा बैठक में राव ने पुणे विभाग के लिए बनाई गई उपाय का प्रेजेंटेशन  दिया। पर्यावरण विभाग (Environment Department) की प्रधान सचिव मनीषा म्हैसकर (Manisha Mhaiskar), पुणे मनपा आयुक्त विक्रम कुमार (Pune Municipal Commissioner Vikram Kumar), पिंपरी-चिंचवड़ मनपा (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के आयुक्त राजेश पाटिल (Commissioner Rajesh Patil), पुणे महानगर विकास प्राधिकरण के सीईओ सुहास दिवसे (Pune Metropolitan Development Authority CEO Suhas Diwase)। अभियान के संचालक सुधाकर बोबडे (Sudhakar Bobde), उपायुक्त प्रशांत खांडकेकर (Prashant Khandkekar) आदि उपस्थित थे।

 

अभियान के पहले वर्ष में 29 लाख 94 हज़ार वृक्ष लगाने, 1 हज़ार 650 ग्रीन फील्ड तैयार करने, 237 क्षेत्रों का पुनर्जीवन, 10 हज़ार 663 टन कंपोस्ट खाद का निर्माण, 6 हज़ार पुराने और 3 हज़ार 500 नए बिल्डिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनाया  गया है।  11 हज़ार लाख लीटर पानी संवर्धन की क्षमता तैयार हो गई है।  775 जल संस्थान की सफाई की गई है।   12 लाख एलईडी बल्ब, 736 बायोगैस और 701 सोलर पंप बिठाने जाने की जानकारी बैठक में दी गई।
माझी वसुंधरा अभियान में विभाग के 430 स्थानीय स्वराज संस्थान ने भाग लिया। मुला-मुठा (Mula-Mutha) के संगम पर जलकुंभी मुक्ति अभियान शुरू किया गया है।  पर्यावरणपूरक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।  पर्यावरण की रक्षा को लेकर चर्चा करके नागरिकों की भागेदारी बढ़ाने की जरुरत है।  पुणे (Pune) में जैव विविधता की रक्षा के लिए वस्तुनिष्ठ रिपोर्ट तैयार करने के लिए  डॉ. गोर्हे  ने कहा।
गंदे पानी का प्रबंधन, कचरे का सही तरह से निपटारा, अपारंपरिक ऊर्जा का इस्तेमाल आदि से राज्य में पर्यावरण की रक्षा के आंदोलन को अधिक मजबूत किया जाएगा।  पर्यावरण के बदलाव के कार्य में शहरवासी आगे आये और शहर के कार्बन को न्यूट्रल करने के लिए लंबी अवधि की योजना पर जोर दे।

 

 

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