ट्रैकिंग के दौरान पुणे की महिला दूधसागर झरने में डूबी

पणजी | समाचार ऑनलाइन

गोवा के दूधसागर वॉटर फाल के पास ट्रैकिंग के लिए गई पुणे निवासी युवती तेज़ बहाव में बह गई। उसका अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। बचाव दल द्वारा उसे खोजने की कोशिश जारी है, हालांकि पानी के बहाव को देखते हुए उसके जीवित होने की संभावना बेहद कम है।

मूलरूप से पश्चिम बंगाल की रहने वालीं सुहागता बासु (25) पुणे स्थित टेक महिंद्रा कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर कार्यरत थीं। पुणे से दो ग्रुप ट्रैकिंग के लिए रविवार तड़के दूधसागर वॉटर फाल के नज़दीक सोनावली स्टेशन पर उतरे थे, ग्रुप में सुहागता और उनके दो दोस्तों सहित 13 लोग शामिल थे। ट्रैकिंग के दौरान अचानक सुहागता का पैर फिसला और वो सीधे पानी में जा गिरीं। उन्हें बचाने के लिए उनके दोस्तों ने भी पानी में छलांग लगा दी, लेकिन तेज़ बहाव के चलते वो खुद भी डूबने लगे। हालांकि दोनों किसी तरह तैरकर बाहर निकल आये, मगर सुहागता पानी में बहती हुईं नज़रों के ओझल हो गई।

नहीं मिली सफलता

पुलिस निरीक्षक निलेश धायगोडकर ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन सुहागता का पता नहीं लगाया जा सका। बाद में अंधेरा होने के कारण ऑपरेशन बीच में ही रोकना पड़ा।

नहीं ली थी अनुमति

वहीं, वन विभाग का कहना है कि ट्रैकिंग के लिए किसी तरह की कोई अनुमति नहीं ली गई थी। इसके अलावा ट्रैकिंग के लिए आये लोगों के साथ कोई स्थानीय गाइड भी नहीं था। जिसके चलते वो झरने और उसकी गहराई के बारे में ज्यादा अंदाज़ा नहीं लगा सके।