Pune | मनपा पर भड़के पुणेवासी; स्पोर्ट्स ग्राउंड में 2 करोड़ के राम की मूर्ति को लेकर नया विवाद 

पुणे, 5 अगस्त : (Pune) पुणे मनपा के स्थाई समिति दवारा  दो करोड़ रुपए के श्रीराम की मूर्ति स्पोर्ट्स ग्राउंड में लगाने के प्रस्ताव मंजूर कर लिया गया है।  धनकवडी (Dhankavadi) के आंबेगांव पठार क्षेत्र की भाजपा नगरसेविका वर्षा तापकीर (varsha tapkir) ने यह प्रस्ताव लाया था। (Pune) स्थाई समिति ने तुरंत इस प्रस्ताव को मंजूर कर लिया।  लेकिन भगवान श्रीराम की मूर्ति स्पोर्ट्स ग्राउंड में लगाना कितना उचित है ? इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे है।

आरक्षित स्पोर्ट्स ग्राउंड में खेल के लिए सुविधाएं देने की उम्मीद की जाती है।  भगवान की मूर्ति मंदिरों में लगाने की बजाय बाहर स्पोर्ट्स ग्राउंड में लगाने से कानून-व्यवस्था की दृष्टि से गंभीर साबित हो सकती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोविड काल में जनप्रतिनिधियों दवारा स्वास्थ्य व्यवस्था में निवेश करना छोड़कर धार्मिक अस्मिता के प्रतीकों को महत्व देना पॉलिसी के हिसाब से कितना उचित हैं।  यह सवाल सजग नागरिक मंच दवारा पूछा जा रहा है।  इस पर वर्षा तापकीर का कहना है कि यह अस्मिता का विषय है।  स्वास्थ्य के लिए जरुरत पड़ेगी तो वहां खर्च किया जाएगा।  लेकिन इस प्रस्ताव की भाषा बेहद निंदनीय है।  इसमें कहा गया है कि धर्म से संबंधित संगठनों ने इस पुतले की मांग की है।  यह भाषा संविधान  के खिलाफ है।  यह आरोप सामाजिक कार्यकर्ता विश्वंभर चौधरी ने लगाया है।

इस दो करोड़ की मूर्ति पर कई सवाल खड़े किये गए है
* मनपा की पॉलिसी के मुताबिक स्पोर्ट्स ग्राउंड में पुतला लगाने की परमिशन नहीं है
* भगवान की मूर्ति स्पोर्ट्स ग्राउंड में लगाए जाने पर उनकी सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा ?
* प्रभु श्रीराम की मूर्ति की बजाय स्पोर्ट्स ग्राउंड में सिंथेटिक ट्रैक ज्यादा उचित नहीं रहेगा क्या ?
* आरक्षण में कब्जे में आये स्पोर्ट्स ग्राउंड में भगवान की मूर्ति लगाने के लिए है क्या ?
* एक तरफ शहर गरीब योजना फंड के अभाव में बंद करने की साजिश की जा रही है
* शहर में अभी भी कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है।  मनपा पुतले पर क्यों पैसे  खर्च करने में लगी है
* इस तरह का पुतला लगाने के लिए राज्य के कला संचालनालय की परमिशन आवश्यक होती है।  यह परमिशन ली गई है क्या ?