पुणे /बारामती : Pune Crime | पिता का अपनी दोस्त के साथ संबंध होने के गुस्से में भाई-बहन ने मिलकर एक महिला की जमकर पिटाई कर हत्या (murder) करने की घटना पुणे जिले के बारामती (baramati) शहर से सामने आई है. इस मामले में आरोपी भाई-बहन के खिलाफ फैमली डॉक्टर ने शहर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत के बाद दोनों भाई-बहन को पुलिस (Pune Crime) ने गिरफ्तार (arrest) कर लिया है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डॉ. सुनील पवार (नि. मालेगांव खुर्द) ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत के आधार पर ऋषिकेश प्रमोद फडतरे और अनुजा प्रमोद फडतरे (नि. कसबा, बारामती) के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.
शिकायतकर्ता का बारामती में हॉस्पिटल है. संदिग्धों के पिता प्रमोद उर्फ दादा नामदेव फडतरे तीन वर्षों से शराब की लत छुड़ाने के लिए उनके पास आते हैं. इस वजह से उनका फडतरे परिवार के साथ पारिवारिक संबंध है. 10 नवंबर की रात दस बजे अनुजा ने उन्हें फोन कर बताया कि पिता को एक महिला के साथ पुराने वाडा में पकड़ा है और उन्हें डंडे से पीटा है.
अनुजा ने दूसरे दिन फोन कर बताया कि उक्त महिला की सांस नहीं चल रही है. उसे ऋषिकेश बारामती के प्राइवेट हॉस्पिटल लेकर गया है. वहां पर डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया. हम उसके घरवालों को लेकर आपके हॉस्पिटल में आ रहे हैं. उसने विनती की कि आप महिला की मौत हार्ट अटैक से होने की बात कहना. लेकिन शिकायतकर्ता ने ऐसा बोलने से इंकार कर दिया. आरोपी मृतक का शव लेकर डॉक्टर पवार के पास पहुंचे.
महिला की मौत आखिर कैसे हुई यह पता करने के लिए उसका पोस्टमार्टम कराने की सलाह दी. मृतक महिला के बदन पर बाहर से कोई जख्म नहीं था. केवल नाक से मामूली खून निकला था. आरोपियों ने बताया कि महिला के गिरने की वजह से हार्ट अटैक आने से मौत हुई है. प्रमोद फडतरे के साथ भी मारपीट की गई थी. बच्चों ने सही जानकारी नहीं दी थी इसलिए उन्हें भी साजिश का संदेह नहीं हुआ. इसके बाद महिला का उसके परिवार के लोगों के बीच अंतिम संस्कार किया गया.
पिटाई के कारण प्रमोद फडतरे का डॉ. पवार के हॉस्पिटल में 19 नवंबर तक उपचार जारी था. इस दौरान उन्होंने बताया कि बेटे और बेटी ने उन्हें मारा है. सोमवार 22 नवंबर को डॉ. पवार को महिला की मौत मामले में पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. पूछताछ में उनहोंने की पूरी जानकारी दी. इसके बाद पुलिस ने भाई-बहन से पूछताछ की तो उन्होंने मारपीट करने की बात कबूल कर ली और बताया कि मृत महिला का मोबाइल और पिता का खून लगा कपड़ा जला दिया है. इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. मामले की जांच पुलिस इंस्पेक्टर सुनील महाडिक कर रहे हैं.