पुणे : Pune Crime | राज्य स्वास्थ्य विभाग (state health department) की ओर से स्वास्थ्य विभाग के ग्रुप डी पदों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा ली गई थी। इस परीक्षा का पेपर लीक (health department recruitment paper leak case pune) कर उसकी जानकारी सोशल मीडिया (social media) के माध्यम से दी थी। इस मामले की जांच पुणे साइबर पुलिस (Pune Cyber Police) कर रही है। पुलिस ने और 5 लोगों को गिरफ्तार (arrest) किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों (Pune Crime ) में लातूर सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी, डॉक्टर और शिक्षक शामिल हैं।
सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी प्रशांत व्यंकटराव बडगिरे (उम्र 50, नि. योगेश्वरी नगरी, अंबेजोगाई, जि. बीड), डॉ. संदीप त्रिंबकराव जोगदंड (उम्र 36, नि, एकात्मता कॉलोनी, अंबेजोगाई, जि. बीड), उद्धव प्रह्लाद नागरगोजे (उम्र 36, नि. तितरवणे, ता. शिरूर कासार, जि. बीड), शाम महादू म्हस्के (उम्र 38, अंबेजोगाई, जि. बीड), राजेंद्र पांडुरंग सानप (उम्र 51, नि. शामनगर जि. बीड) को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले अनिल गायकवाड, विजय मुर्हाडे, प्रकाश मिसाल, संदीप भुतेकर, बबन मुंढे, सुरेश जगताप को गिरफ्तार किया गया था, यह जानकारी साइबर क्राइम ब्रांच की पुलिस उपायुक्त भाग्यश्री नवटके ने दी।
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य प्रशासकीय अधिकारी स्मिता कारेगावकर ने पुणे साइबर पुलिस में शिकायत दी थी। इसके अनुसार साइबर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज किया गया। पेपर लीक मामले में पुणे साइबर पुलिस के तकनीकी जांच में मिली जानकारी के आधार पर मंगलवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को शिवाजीनगर अदालत में पेश किया गया, उन लोगों को 12 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश दिया गया।
यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता, सह पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र शिसवे, अपर पुलिस आयुक्त क्राइम रामनाथ पोकले, उपायुक्त भाग्यश्री नवटके के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक डी.एस. हाके, उपनिरीक्षक अमोल वाघमारे, संदेश कर्णे, नवनाथ जाधव, शिरीष गावडे, प्रसाद पोतदार आदि ने कार्रवाई की।
प्रशांत बडगिरे सूत्रधार
लातूर विभाग के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी प्रशांत बडगिरे इस मामले के सूत्रधार हैं। उन्होने प्रश्न पत्र लीक मामले में अंबेजोगाई स्थित मानसिक अस्पताल के डॉ. जोगदंड की ओर से 10 लाख और शाम म्हस्के से 5 लाख रुपये लेने की जानकारी जांच में सामने आई। बडगिरे को यह प्रश्न पत्र कहाँ से मिला, इसकी जांच पुणे साइबर पुलिस कर रही है।