पुणे : Pune Corporation | बिबवेवाड़ी के लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे नाट्यगृह (Lokshahir Annabhau Sathe Theater) से चोरी हुए साउंड स्पीकर की कीमत 18 लाख रुपए थी. इस मामले में आने वाले कुछ घंटे में बिबवेवाड़ी पुलिस स्टेशन (Bibwewadi Police Station) में चोरी का केस दर्ज कराया जाएगा. यह जानकारी मनपा प्रशासन (Pune Corporation) ने दी है.
बिबवेवाड़ी के लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे नाट्यगृह से 2 करोड़ की साउंड स्पीकर चोरी होने का खुलासा नगरसेवक सुभाष जगताप ने हाल ही में जनरल बॉडी मीटिंग में किया था. इस मामले में केस दर्ज कराया जाएगा. इस तरह का आश्वासन उस वक्त प्रशासन (Pune Corporation) ने दिया था.
इसके अनुसार मनपा प्रशासन ने पिछले तीन दिनों में पुलिस द्वारा मांगी गई आवश्यक तकनीकी जानकारी जुटाई है. यह जानकारी शिकायत के साथ बिबवेवाड़ी पुलिस स्टेशन में दी जाएगी. इस मामले में जल्द केस दर्ज करने के लिए सीनियर पुलिस अधिकारियों से कहा गया है. आने वाले कुछ घंटों में इस मामले में केस दर्ज किया जाएगा. यह जानकारी मनपा खेल व सांस्क़ृतिक विभाग के प्रमुख संतोष वारुले ने दी है.
अण्णाभाऊ साठे नाट्यगृह में करोड़ों रुपए खर्च कर अत्याधुनिक साउंड सिस्टम बिठाया गया है. कोरोना की वजह से पिछले डेढ़ वर्ष से नाट्यगृह बंद था. पिछले महीने नाट्यगृह खुलने के बाद विधुत विभाग की जांच में इस नाट्यगृह का साउंड सिस्टम के बॉश कंपनी का स्पीकर चोरी होने की जानकारी सामने आई. यह भी पता चला है कि इसकी जगह पर नकली स्पीकर लगा दिया गया है.
विधुत विभाग ने इसकी सांस्कृतिक विभाग को दी. लेकिन इसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई. हाल ही में हई जनरल बॉडी मीटिंग में नगरसेवक सुभाष जगताप ने नाट्यगृह से साउंड स्पीकर चोरी होने का खुलासा किए जाने के बाद प्रशासन ने केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की.
कोरोना काल में बंद मनपा के नाट्यगृह की कुर्सियों में तोड़फोड़, सीसीटीवी कैमरे की चोरी की कई घटनाएं हो चुकी है. कोरोना काल में सबकुछ बंद होने की वजह से चोरों ने महंगी वस्तुओं पर हाथ साफ किया. इतना ही कुछ नशेड़ियों द्वारा यहां शराब की बोतलें छोड़ दी गई है. खास बात यह है कि सभी नाट्यगृह में सिक्योरिटी गार्ड तैनात और सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं.
लेकिन प्रशासन ने इस घटना की जांच करना तो छोड़े सीसीटीवी कैमरे की जांच तक नहीं की है. खास बात यह है कि कोरोना काल में अधिकांश नाट्यगृहों और सांस्कृतिक केंद्रों में कामगार वर्ग के लिए राशन जमा करने, परिसर में तात्कालिक उपचार केंद्र, क्वारंटाइन सेंटर, स्वैब सेंटर भी शुरू किया गया था.
बंद की अवधि में लगातार भीड़ रहने की वजह से कुछ फीट ऊंचाई पर रखा साउंड सिस्टम का स्पीकर निकालका यहां पर डुप्लीकेट स्पीकर लगाने जैसी घटना से साजिश की बू आ रही है.
विधुत विभाग के फर्जी बिल का फाइल ऑडिट विभाग की एंट्री मिली
कोराना काल में शहर के श्मशान भूमि में बिजली संबंधी किए गए काम का करीब एक करोड़ रुपए का फर्जी बिल पेश किए जाने के मामले में संदिग्ध कॉन्ट्रैकटर मेसर्स आशय इंजीनियर्स एंड एसोसिएटस के योगी मोरे व इस बिल का फाइल सभी टेबल पर ले जाने के लिए लायजनिंग करने वाले साथियों के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद से वे फरार है.
खास बात यह है कि अब तक हमारे विभाग से फाइल आगे नहीं गई है. सिग्नेचर के भी फर्जी होने का खुलासा विधुत विभाग के संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों ने किया है. साथ ही ऑडिट विभाग ने भी शुरुआत में ऑडिट विभाग के पास आए फाइल पर सिग्नेचर व मुहर फर्जी होने की बात कही जा रही है.
लेकिन इन बिलों की चार फाइल्स में तीन फाइल्स ऑडिट विभाग के पास इनवर्ड दर्ज हुआ नहीं मिलने से ऑडिट विभाग के संबंधित कर्मचारियों की भी मुश्किलें बढ़ने की संभावना है. इस बीच विधुत विभाग ने मेसर्स आश्य इंजीनियर्स का काम मनपा विभाग में चल रहा है तो इसे तत्काल बंद किया जाए और बिल अदा नहीं किया जाए. इस तरह का पत्र सभी विभागों को भेजा गया है.