पुणे, 7 जून : भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। रविवार की सुबह अजीत पवार दवारा चंद्रकांत पाटिल पर निशाना साधने के बाद पाटिल ने उन पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शरद पवार ड्रावर से 54 विधायकों के सिग्नेचर वाला पत्र चुराना नैतिक है या अनैतिक है। साथ ही चुटी ली कि पुरानी है तो झूठ है, यह गलत है।
चंद्रकांत पाटिल ने पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा किमें अजीत दादा ने मुझे मनाने का प्रयास किया। उनकी बातों से घमंड झलकता है। 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद हुए घटनाक्रम को लेकर अजीत पवार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव के बाद अजीत पवार ने नाटकीय अंदाज में भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के साथ सरकार बनाई थी। शराब पवार के खिलाफ जाकर अजीत पवार ने भाजपा को समर्थन दिया था। मेरे पास विधायकों के सिग्नेचर वाला पत्र है। अजीत पवार ने उस वक़्त ये बात कही थी। यह दावा भाजपा दवारा किया जा रहा है। इस मुद्दे पर चंद्रकांत पाटिल ने अजीत पवार पर निशाना साधा है।
संभाजीराजे के निर्णय का स्वागत है
मराठा आरक्षण पर बोलते हुए चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि मराठा आरक्षण के संदर्भ में संभाजीराजे के आंदोलन के निर्णय का मैं स्वागत करता हूं। मैं भी भाजपा का झंडा लिए बिना आंदोलन में शामिल होऊंगा। क्योंकि पार्टी का झंडा लेकर आंदोलन में गया तो इसमें राजनीतिक रंग आ जाएगा।