Pune Ambil Odha Slum । ‘मेरा क्या संबंध? बेकार में मुझे बदनाम क्यों कर रहे हो?’ : उपमुख्यमंत्री अजित पवार

पुणे : ऑनलाइन टीम – कुछ दिन पहले पुणे महापालिका ने दांडेकर ब्रिज के पास पुणे आंबिल ओढा स्लम इलाके में अतिक्रमण की कार्रवाई की थी। अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान विवाद खड़ा हो गया। इस दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। इस पृष्ठभूमि में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे की आलोचना करने लगे। इस मुद्दे पर अब उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी टिप्पणी की है।

पवार ने कहा- पुणे अंबिल ओढ़ा स्लम में घरों पर कार्रवाई और मेरे बीच क्या संबंध है? उन्होंने यह भी पूछा कि मुझे क्यों बदनाम किया जा रहा है। अजीत पवार ने स्पष्ट किया है कि इस कार्रवाई में उनकी कोई हस्तक्षेप नहीं है। याद हो कि बहुजन वंचित अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने पवार पर पुणे अंबिल ओढ़ा स्लम ऑपरेशन के पीछे होने का आरोप लगाया है। पवार ने इस पर सफाई दी है।

अजीत पवार की मौजूदगी में पुणे शहर में विभिन्न मुद्दों, इसके क्रियान्वयन में आने वाली बाधाओं और समाधान पर एक बैठक हुई। इस दौरान अम्बिल नदी के चारों ओर चार दीवारी बनाने की चर्चा हो रही थी। इस दौरान पवार ने कहा कि अंबिल ओढ़ा इलाके में घरों पर कार्रवाई का मेरा कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा- अम्बिल धारा के चारों ओर चार दीवारी के निर्माण में आ रही दिक्कतों के बारे में जानने के बाद हम मेयर मुरलीधर मोहोल से बात करेंगे और अगले शुक्रवार को फैसला लेंगे।

बैठक के दौरान अजीत पवार ने कहा – सीमा की दीवार का निर्माण करने की आवश्यकता है क्योंकि अम्बिल ओधा में मानसून के दौरान बाढ़ का खतरा होता है। प्रस्ताव मंजूर होने पर भी कार्रवाई के लिए पुणे के मेयर और नगर निगम के अन्य पदाधिकारियों से चर्चा की जाएगी। फिर फैसला करते हैं। चारदीवारी बनाने के निर्णय के बावजूद विधायक चेतन तुपे, विधायक सुनील टिंगरे, सचिन दोडके और विपक्ष की नेता दीपाली धुमाळ अभी भी पुणे नगर प्रशासन से परहेज कर रहे हैं। दीपाली धूमल), पार्षद अश्विनी कदम ने अजीत पवार का ध्यान आकर्षित किया।

इस बीच पुणे की समस्याओं को लेकर मुंबई में अजित पवार की मौजूदगी में बैठक हुई। हालांकि मेयर को बैठक के लिए नहीं बुलाए जाने पर मेयर मुरलीधर मोहोल ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की। बैठक में महापौर और भाजपा नेताओं को बाहर करने के राकांपा के फैसले को लेकर सियासी क्षेत्र में चर्चा छिड़ गई है। हालांकि, अजीत पवार ने मेयर से नाराजगी जताते हुए कहा कि वह नहीं आए क्योंकि उनके एक रिश्तेदार का निधन हो गया था।