Pune: पुणे लोहमार्ग पुलिस थाने के 22 कर्मचारियों का आनन-फानन में तबादला

पुणे : पुणे लोहमार्ग पुलिस थाने के 22 कर्मचारियों की आनन-फानन में बदली की गई है। उन्हे खडकी मुख्यालय में हाजिर होने के लिए कहा गया है। पुलिस अधीक्षक के इस कार्रवाई से सबके पसीने छूट गए हैं। जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों का भी तबादला किए जाने की आशंका है। रेलवे स्टेशन पर परप्रांतीय यात्रियों से जबरदस्ती पैसे वसूलने की घटना की वजह से जल्दबाजी में यह बदली की गई है। इस बदली के बाद पुणे लोहमार्ग पुलिस थाने में 50 नए कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं।

पुणे लोहमार्ग पुलिस थाने की बदनामी हो रही है। यात्रियो की चेकिंग के दौरान उन्हे इस थाने में लाकर रोके रखने की घटना इससे पहले हो चुकी है। इस दौरान पुणे स्टेशन पर यात्रियो की भीड़ नियंत्रित करना, असामाजिक तत्व, गुनहगार, फर्जी टिकट विक्रेता, हॉकर्स गलत काम नहीं करेंगे, इसकी देखभाल करने के लिए इन 22 पुलिसकर्मियो को जिम्मेदारी दी गई थी। हालांकि, कुछ लोग यात्रियों को परेशान करते हैं, ऐसी शिकायत अधीक्षक कार्यालय को मिली। इस पर ये पुलिस कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभा रहे हैं, ऐसी फटकार लगाई गई है। इस पृष्ठभूमि पर लोहमार्ग पुलिस अधीक्षक सदानंद वायसे पाटिल ने कर्मचारियों को खडकी स्थित पुणे लोहमार्ग पुलिस मुख्यालय में बदली की गई।

वरिष्ठ अधिकारियों पर कार्रवाई

पुणे लोहमार्ग पुलिस थाने में एक उपविभागीय अधिकारी, दो निरीक्षक, सहायक निरीक्षक और उपनिरीक्षक ऐसे 12 अधिकारी हैं। वही इनकी मदद करने वाले अन्य अधिकारी व कर्मचारी हैं। यात्रियो को परेशान करने वाली कोई भी घटना भविष्य में आई तो इन सभी वरिष्ठ अधिकारियो की फ़ॉल्ट रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी। उनके ट्रांसफर का प्रस्ताव दिया जाएगा। यह धमकी सदानंद वायसे पाटिल ने दी है।

क्या घटना है?

कार्रवाई का डर दिखाकर लोहमार्ग पुलिस कर्मचारी परप्रांतीय यात्रियों को लूटने का आरोप करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के शहराध्यक्ष वसंत मोरे ने किया है। उन्होने पुणे लोहमार्ग पुलिस, रेलवे सुरक्षा दल, स्टेशन डायरेक्टर व लोहमार्ग पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की। मोरे ने खुद भेष बदलकर रेलवे स्टेशन पर दो दिन सर्वेक्षण किया। हालांकि उन्होने प्रत्यक्ष इस तरह की कोई घटना नजर नहीं आई थी।

यात्रियों की लूट से लोहमार्ग पुलिस का कोई संबंध नहीं है। हालांकि रेलवे स्टेशन में विविध अपराध में इससे पहले 23 नकली पुलिस पर कार्रवाई की गई है। यही लोग या इस तरह की हरकतो को अंजाम दे रहे हैं। इस घटना को रोक पाने में असमर्थ 22 पुलिस कर्मचारियों का ट्रांसफर किया गया है। -सदानंद वायसे पाटील (अधीक्षक, पुणे लोहमार्ग पुलिस)

बदली किए गए कर्मचारी

सहायक उपनिरीक्षक जाधव, पुलिस हवलदार (बकल नं. 340) काले, (बकल नं 927) सालवी, (बकल नं 338) दगडे, (बकल नं 330) राठोड, (बकल नं 1155) कुलकर्णी, पुलिस नाईक (बकल नं 219) केगार, (बकल नं 16) पोकले, (बकल नं 713) तांबोली, (बक्कल नं 803) टेकावडे, (बकल नं 1223) मंजुले, (बकल नं 870) कपिले, (बकल नं 679) शेख, (बकल नं 468) राऊत, पुलिस हवलदार (बकल नं 312), गोसावी (बकल नं 433) अंधारे (बकल नं 777), सोनावणे (बकल नं 45), ईपर (बकल नं 315), पवार साथ ही स्थानीय क्राइम ब्रांच के (बकल नं 483) बोराटे, (बक्कल नं 910) सोनावणे और (बक्कल नं 64) कुंजीर