वीडियो शेयर कर सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री की उडाई जा रही खिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में भाषण देते हुए, देश में आंदोलन के नाम पर अराजकता फैलाने वालों पर जोरदार टिप्पण्णी की थी। मोदी ने कहा था कि इससे पहले उन्होने श्रमजीवी और बुद्धिजीवी’ शब्द सुने हैं। उसके बाद, अंदोलनजीवी नाम की एक जमात बन गई है। यह टोली पूरे देश में सक्रिय है और इस टोली ने उपद्रव मचाने की कोशिश की है। इसके बाद राजनीतिक दलों सहित सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। नरेंद्र मोदी के आंदोलनजीवी शब्द का प्रयोग करने के बाद नितिन गडकरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के वीडियो के साथ ही भाजपा नेताओं के आंदोलन की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

जब डॉ. मनमोहन सिंग देश के प्रधान्मंत्री थे तब का विडीयो वायरल हो रहा है। इसमें नितिन गडकरी कह रहे हैं कि शांतिपूर्वक आंदोलन करना लोगो का अधिकार है। प्रधानमंत्री जो कह रहे हैं वह लोकतंत्र के खिलाफ है। इस देश में भ्रष्ट लोग और सरकार के विरोध में जनता का, विरोधियो का अधिकार है। कांग्रेस ने यह अधिकार हमें नहीं दिया है। मौलिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बावजूद, हमें शांति से आंदोलन नहीं करने की बात प्रधानमंत्री कैसे कह सकते हैं। नितिन गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि यह उचित है क्या। वीडियो में नितिन गडकरी के साथ कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी दिखाई दे रहे हैं।

https://twitter.com/Naveen_congress/status/1359151264639160328

राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस द्वारा शेयर किये गये विडीयो में प्रधानमंत्री के भाषण की खिल्ली उडाई गयी है। इसमें भाजपानेता द्वारा किये गये आंदोलन के साथ ही देवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटिल, किरीट सोमैया के भाषणो का भी आधार लिया गया है।

गर्व से कहो हम आंदोलनजीवी हैं

शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्विट किया और लिखा कि गर्व से कहो हम आंदोलनजीवी हैं। गर्व से कहो हम हिंदु हैं के बद्ले गर्व से कहो हम आंदोलनजीवी हैं का इस्तेमाल किया है। जय जवान, जय किसान के साथ उन्होंने किसान आंदोलन के नेता राकेश टिकैत के साथ एक फोटो डाली है।