राष्ट्रपति ने तेलंगाना छात्रों की आत्महत्या पर रिपोर्ट मांगी

हैदराबाद (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इंटरमीडिएट परीक्षाओं के नतीजों में कथित गड़बड़ी को लेकर तेलंगाना में 27 छात्रों की आत्महत्या पर तेलंगाना सरकार से रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तेलंगाना के मुख्य सचिव एस. के. जोशी को पत्र भेजा है और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

गृह मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी अशोक कुमार पाल ने अपनी 7 अगस्त की तारीख वाले पत्र के साथ राष्ट्रपति सचिवालय से प्राप्त पत्र को आगे भेजा।

केंद्रीय अधिकारी ने अपने पत्र की एक प्रति भाजपा तेलंगाना राज्य इकाई के अध्यक्ष के. लक्ष्मण को भी मार्क किया, जिन्होंने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मिलकर पिछले महीने कोविंद को एक ज्ञापन सौंपा था, और तेलंगाना सरकार से रिपोर्ट मांगने की गुजारिश की थी।

भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से यह भी अपील की थी कि वह राज्यपाल को शिक्षा अधिकारियों द्वारा किए घपले में न्यायिक जांच का आदेश देने की सलाह की संभावना पर भी गौर करें।

इसमें आरोप लगाया गया कि इंटरमीडिएट (कक्षा 11 और 12) की परीक्षाओं के नतीजों में बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन द्वारा की गई गड़बड़ी के कारण छात्रों ने आत्महत्या कर ली।

परीक्षा में बैठने वाले 9.43 लाख छात्रों में से 5.6 लाख ने पास किया था। अप्रैल में परिणामों की घोषणा के बाद, उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में अधिकारियों द्वारा की गई गड़बड़ी सामने आई, जिसके बाद बड़े पैमाने पर जनाक्रोश देखने को मिला और विपक्षी दलों और छात्र निकायों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बाद में सभी असफल छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की फिर से जांच कराने की घोषणा की।

मई में, बीआईए ने 3.82 लाख से अधिक उन छात्रों की फिर से जांच की गई उत्तर पुस्तिकाओं के परिणामों की घोषणा की, जो परीक्षा पास करने के लिए निर्धारित अंक प्राप्त करने में असफल रहे थे। इस प्रक्रिया के बाद, 1,137 छात्र, जिन्हें पहले ‘फेल’ घोषित किया गया था, ने परीक्षाओं को पास कर लिया।

बीआईई के अनुसार, आत्महत्या करने वाले 23 छात्रों में से और उन 3 छात्रों जिन्होंने आत्महत्या करने का प्रयास किया उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की फिर से जांच से पता चला कि फेल से पास को लेकर कोई बदलाव नहीं हुआ है।

छात्र निकायों और गैर सरकारी संगठनों ने दावा किया कि 26 छात्रों ने आत्महत्या कर ली है, हालांकि, भाजपा ने आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या 27 बताई है।