नई दिल्ली, 11 जनवरी : निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने की तारीख तय हो गई है. इसके साथ ही निर्भया के मां को लेकर राजनीतिक दलों में एक अजीब ही होड़ शुरू हो गई है. होड़ है उन्हें खुद के दल के टिकट पर चुनाव लड़ाने का. हर राजनीतिक दल को लग रहा है कि वह एक जिताऊ उम्मीदवार साबित हो सकती है. भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि जो महिला इतनी जद्दोजेहद करके बेटी के लिए न्याय लिया है उससे बढ़कर समाज में संघर्ष करने वाली महिला का उदाहरण नहीं हो सकता है.
पार्टियों को लगता है कि वह जिस सीट से चुनाव लड़ेगी वहां तो जीत मिलेगी ही साथ ही आसपास की दूसरी सीटों पर भी जीत मिलेगी।
चुनाव लड़ने की चर्चा पर निर्भया की माँ ने कहा कि किसी भी पार्टी से कोई बात नहीं चल रही है. उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकते देखना है. इसके अलावा कोई बात मेरे दिमाग में नहीं है. उसके बाद अगर किसी पार्टी से चुनाव लड़ने की बात आएगी तो देखा जाएगा।
आम आदमी पार्टी
कांग्रेस पार्टी
भारतीय जनता पार्टी