कोलकाता : समाचार ऑनलाइन – किसी महिला के लिए यह खास होता है कि उसकी डिलीवरी के समय डॉक्टर उसके पास मौजूद हो. लेकिन गर्भवती महिला ट्रेन में सफर कर रही हो और अचानक से उसे डिलीवरी का पेन होने लगे तो वह यह कल्पना नहीं कर सकती है कि उन्हें यहां डॉक्टर की मदद मिलेगी. लेकिन एक महिला इस मामले में भाग्यशाली रही है. यह महिला हावड़ा एक्सप्रेस से ट्रेन में शनिवार को सफर कर रही थी. बीच रास्ते में उसे डिलीवरी पेन होने लगा. लेकिन इसी ट्रेन में भारतीय सेना की दो महिला डॉक्टर्स यात्रा कर रही थी.
Captain Lalitha & Captain Amandeep, #IndianArmy 172 Military Hospital, facilitated in premature delivery of a passenger while traveling on Howrah Express.
Both mother & baby are hale & hearty.#NationFirst#WeCare pic.twitter.com/AFQGybwJJ6— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) December 28, 2019
कैप्टन ललिता और कैप्टन अमनदीप आर्मी के 172 मिलिट्री हॉस्पिटल में कार्यरत है. इन्होंने महिला की डिलीवरी में मदद की और सुरक्षित डिलीवरी कराई.इस बात की जानकारी भारतीय सेना के सार्वजनिक सूचना अतिरिक्त महानिदेशालय ने ट्वीट करके दिया है. इसमें जन्में बच्चे की तस्वीर है. साथ ही लिखा हैं मां और बच्चा दोनों चुस्त-दुरुस्त है.
दूसरी तरफ भारतीय सेना ने शनिवार को ही सिक्किम में नाथू ला पास के हुई बर्फबारी में फंसे 1700 पर्यटकों को बचाया. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि 27 दिसंबर को 13वीं माइल से नाथ ला पास के बीच भारी बर्फबारी कारण 1500 से 1700 पर्यटक फंस गए थे. उन्होंने बताया कि 300 टैक्सियों में यात्रा कर रहे पर्यटक त्सो झील-नाथू ला पास से लौटते वक्त वहां फंस गए थे.
अधिकारी ने कहा कि ऐसी स्थिति में सेना ने तुरंत मदद करते हुए कार्यवाही की और खराब दृश्यता और मौसम के बावजूद बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया. फंसे पर्यटकों को भोजन, गर्म कपड़ों और दवाओं से सेना ने मदद की. इनमें से 570 पर्यटकों को 17वें माइल के सेना कैंप में आश्रय दिया गया.
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