प्रकाश उपाध्याय बने अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक

पुणे: पुणे मंडल में अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक (एडिशनल डीआरएम) का पदभार प्रकाश उपाध्याय ने संभाला। इससे पहले वे सिविल इंजीनियरिंग संस्थान (IRICEN) पुणे में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे। प्रकाश उपाध्याय को विविध पदों पर काम करने का व्यापक अनुभव है।

        प्रकाश उपाध्याय भारतीय रेलवे सिविल इंजीनियरिंग सेवा के 1999 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से बीई और गोरखपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से एमई किया है।

       वे भारतीय रेलवे के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने इटावा में सहायक इंजीनियर के रूप में शुरुआत की। उसके बाद झाँसी, इलाहाबाद, आगरा जैसे जगहों पर विभिन्न पदों पर काम किया। उन्हें ट्रैक मशीन से संबंधित कार्य में विशेष अनुभव है। आगरा मंडल में वरिष्ठ मंडल अभियंता के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने इस प्रभाग में सबसे तेज रफ्तार मार्ग 160 किलोमीटर प्रति घंटे को बनाए रखने के लिए अपनी विशेष सेवा प्रदान की।

उन्होंने आगरा-पलवल मार्ग पर वंदे भारत ट्रेन -18 एक्सप्रेस के 180 किमी प्रति घंटे के परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने और मथुरा स्टेशन के नवीकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके लिए उन्हें रेल मंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें महाप्रबंधक स्तर पर सम्मानित किया गया है।  प्रकाश उपाध्याय ने विदेश से भी विशेष प्रशिक्षण लिया है। रूस, ऑस्ट्रिया में ट्रैक मशीनों पर प्रशिक्षण और सिंगापुर, मलेशिया में एडवांस मैनेजमेंट का ट्रेनिंग भी उन्होने लिया।