Pradeep Sharma | ‘उस’ दिन परमबीर सिंह के केबिन में ही थे प्रदीप शर्मा

मुंबई (Mumbai News) – Pradeep Sharma | एनआईए (NIA) की चार्जशीट में बड़े खुलासे हुए है। ताजा खुलासा ये है कि जिस दिन मनसुख (Mansukh Hiren) की डेड बॉडी बरामद हुई, उस दिन प्रदीप शर्मा (Pradeep Sharma) मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के तत्कालीन कमिश्नर परमबीर सिंह (Parambir Singh) की केबिन में उनसे मिलने पहुंचे था। ये जानकारी मुंबई पुलिस एसीपी नितिन अलकनूरे (Mumbai Police ACP Nitin Alkanure) ने दी है. नितिन एंटीलिया (Nitin Antilia) मामले की जांच कर रहे थे। पहले यह जांच सचिन वाजे (Sachin Vaze) को दी गई थी बाद में सचिन से यह जांच लेकर अलकनूरे को सौंप दी गई थी।

प्रदीप शर्मा (Pradeep Sharma) का परमवीर सिंह की केबिन में होना काफी चौंकाने वाला है। क्योंकि प्रदीप शर्मा ने ही मनसुख की हत्या (Mansukh Hiren Murder Case) में अहम किरदार निभाया था तो अब सवाल यह उठता है कि मनसुख की हत्या के बाद प्रदीप शर्मा परमवीर से मिलने क्यों गए थे ? अलकनूरे ने अपने स्टेटमेंट में बताया कि सचिन वाजे द्वारा मनसुख की मौत की जानकारी उन्हें दी गई। यह सुनने के बाद वह चौंक गए उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी डीसीपी डिटेक्शन प्रकाश जाधव (DCP Detection Prakash Jadhav) को दी। वह भी चौंके हुए थे। दोनों ने तुरंत ज्वाइंट कमिश्नर मिलिंद भारंबे से मुलाकात कर उन्हें भी इसकी सूचना दी। इसके बाद ये तीनों अधिकारी कमिश्नर दफ्तर में पहुंचे।  जहां पहले से ही परमबीर सिंह (Parambir Singh) के साथ प्रदीप शर्मा मौजूद था।

जैसे ही प्रदीप शर्मा बाहर निकले यह तीनों अधिकारी कमिश्नर से मिले और कमिश्नर ने तत्काल इन अधिकारियों से कहा मनसुख ने आत्महत्या कर ली। अब सवाल यह उठता है कि डेड बॉडी मिलते ही पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह यह दावे के साथ कैसे कह सकते थे कि मनसुख ने आत्महत्या (Suicide) की है। जो अपने आप में चौंकाने वाली बात थी, जिसके बाद परमवीर सिंह द्वारा अलकनूरे और सचिन वाजे को मौके पर जाकर घटना को जानकारी लेने के लिए कहा गया।

अलकनुरे ने आगे बताया कि रात सचिन वाजे ने उन्हें फोनकर यह कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) को मनसुख मौत और एंटीलिया केस (Antilia Case) को लेकर ब्रीफिंग देनी है। इसके बाद सचिन वाजे और अलकनूरे वर्षा बंगले पर गए, जहां पर पहले से ही तत्कालीन एटीएस चीफ जयजीत सिंह (Jaijit Singh) और महाराष्ट्र इंटेलिजेंस कमिश्नर आशुतोष डुमरे (Ashutosh Dumre) मौजूद थे। वहां भी सचिन वाजे ने मुख्यमंत्री को गलत ब्रीफिंग दी और यह कहा की मनसुख ने आत्महत्या की है। जबकि एटीएस जयजीत सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चीजें ज्यादा साफ होंगी।

 

 

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