आत्महत्या मामले में पूजा चव्हाण की चचेरी दादी हुई आक्रामक

पुणे : रात के दो बजे वो दो लड़के क्यों आए? उसे लेकर वो दोनो हॉस्पिटल कैसे आ सकते हैं? उनके साथ कौन कौन थे? यहाँ क्यों रह रहे थे? किस कॉलेज में पढ़ रही थी? अगर इन सबकी जांच नहीं हुई होगी तो मैं पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज कराऊंगी, यह कहना है पूजा की दादी शांताताई राठोड का। वन मंत्री संजय राठोड का इस्तीफ़ा सरकार ने लिया है। हालांकि उनके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। राठोड पर एफआईआर दर्ज करने की मांग वानवडी पुलिस से पूजा चव्हाण की चचेरी दादी शांताबाई राठोड (चव्हाण) ने की है।

भूमाता ब्रिगेड की तृप्ती देसाई, कांतीलाल गवारे, करूणा लोणारे, दौलतराव शेंडे वानवडी पुलिस थाने के सामने धरने पर बैठ गए। देसाई ने कहा कि जब तक मामला दर्ज नहीं हो जाता तब तक वो वहाँ से नहीं उठेंगी। तृप्ती देसाई ने देर रात पुलिस से चर्चा करने की सहमति दिखाई।

शांताताई राठोड ने कहा कि पूजा चव्हाण का गर्भपात कर आत्महत्या के लिए उकसाया गया। इसलिए संजय राठोड और अरुण राठोड के साथ साथ जो भी गुनहगार हैं उनपर मामला दर्ज कर जांच की जाए। पुलिस के अनुसार पूजा की मौत को 18 दिन हो गए हैं। इस प्रकरण में पूजा का कोई भी रिश्तेदार शिकायत दर्ज कराने नहीं आया है। इसलिए रिश्तेदार होने के नाते मैं वानवडी पुलिस थाने जाऊंगी। पूजा की मौत के जिम्मेदार अरुण राठोड हो, विलास चव्हाण हो या मंत्री संजय राठोड, मैं तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कराऊंगी। पूजा की दादी ने ये भी कहा कि जब तक मामला दर्ज नहीं होता तब तक मैं पुणे से बाहर नहीं जाऊंगी। अगर जांच प्रक्रिया ढंग से नहीं हुई तो मैं पुलिस के खिलाफ एफआईआर करूंगी।

शांताबाई ने कहा कि पुलिस पर दबाव हो सकता है। पुलिस किसके दबाव में है वो हम कह नहीं सकते। जब तक कानून का कोई डर नहीं तब तक ऐसा ही वातावरण रहेगा। पुलिस थाने के पास ऐसी घटना हुई फिर भी पुलिस ने जांच क्यो नहीं की, यह सवाल भी उन्होने उठाया।